Last Updated: Sunday, March 11, 2012, 15:40
मुंबई : सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया विमान ईंधन सीधे आयात करने पर विचार कर रही है। इसका कारण ईंधन लागत का बढ़ना है। चालू वित्त वर्ष के 11 महीने में ईंधन लागत में करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इससे वित्तीय संकट से गुजर रही कंपनी की आय 2,000 रुपये कम हुई है।
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कंपनी ईंधन लागत बचाने के लिये विमान ईंधन स्वयं आयात करने पर विचार कर रही है। हाल ही में सरकार ने विमान ईंधन सीधे आयात करने की मंजूरी दी है।
अधिकारी ने कहा कि ईंधन लागत बढ़ने के कारण एयर इंडिया की आय घटी है। अकले फरवरी महीने में विमान ईंधन में 20 प्रतिशत बढ़ी है।
उसने कहा कि ईधन लागत बढ़ने से कंपनी का राजस्व 2,000 करोड़ रुपये घटा है। अप्रैल 2011 से फरवरी 2012 के बीच संचयी आधार पर विमान ईंधन की लागत 40 प्रतिशत तक बढ़ी है। अगर जेट ईंधन की लागत इतनी नहीं बढ़ती तो कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन अच्छा रहता। इस बीच, फरवरी माह में सालाना आधार पर एयरलाइन की टिकटों की बिक्री में 32 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि दर्ज की गई है। माह के दौरान एयरलाइन की अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से आमदनी 20 प्रतिशत बढ़ गई, वहीं घरेलू नेटवर्क से आय में 58 फीसदी का इजाफा हुआ। इस तरह एयर इंडिया की कुल आमदनी में 32 फीसदी का इजाफा हुआ। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 11, 2012, 21:31