Last Updated: Sunday, March 18, 2012, 05:53
नई दिल्ली: बिजली के भारी उपकरण और संयंत्र बनाने वाली कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड यानी भेल शोध एवं विकास के मामले में दुनिया की प्रमुख कंपनियों की सूची में नौवें पायदान पर है। प्रसिद्ध व्यावसायिक पत्रिका फोर्ब्स की इस सूची में भेल भारत की एकमात्र इंजीनियरिंग कंपनी है जो इस सूची में शामिल है और इसे अपने क्षेत्र की बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काफी उपर रखी गयी है।
यह सूची बाजार में निवेशकों द्वारा कंपनियों पर नवप्रवर्तन के लिये लगायी जाने वाली प्रीमियम के आधार पर बनायी गयी है। निवेशकों को लगता है कि कंपनी अपने नई खोज और अनुसंधान एवं विकास के बल पर आगे ज्यादा तरक्की करेगी और इसलिए वह ज्यादा प्रीमियम लगाते हैं।
इसमें यह भी देखा जाता है कि कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी अपने संगठन में नवप्रवर्तन की संस्कृति को कितनी अच्छी तरह से स्थापित किये हुए है।
फोर्ब्स की यह सूची हावर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर क्लेटन एम क्रिस्टेंशन, बर्मिंघम यंग यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ज्योफ डेयर और आईएनएसईएडी के प्रोफेसर हाल बी ग्रेडर्सन के अध्ययन के आधार पर तैयार की गयी है।
‘ग्लोबल इनोवेशन, 1000’ नाम की इस सूची में चार भारतीय कंपनियां है जो शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं और जिसमें भेल ही भारत की एकमात्र सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है। कंपनी ने 2010-11 में 43,337 करोड़ रुपये का कारोबार किया था और कंपनी का शोध एवं विकास पर व्यय 2.3 प्रतिशत था। यह देश में आर एंड डी पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाली अपने क्षेत्र की अग्रणी कंपनी है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, March 18, 2012, 11:24