Last Updated: Tuesday, February 21, 2012, 05:31
नई दिल्ली : डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने मंगलवार को कहा कि उसने संकट ग्रस्त विमानन कम्पनी किंगफिशर को बुधवार तक संशोधित उड़ान योजना पेश करने का निर्देश दिया है।
डीजीसीए के समन पर किंगफिशर एयरलाइंस के सीईओ संजय अग्रवाल डीजीसीए के मुख्यालय में आज पेश हुए। एयरलाइंस को अगले 5 से 7 दिन में उड़ान सेवा सामान्य होने की उम्मीद जताई है। डीजीसीए ने किंगफिशर से कहा कि वह कल तक उड़ानों के बारे में ब्यौरा पेश करे।
डीजीसीए प्रमुख ई के भारत भूषण के साथ दो घंटे चली बैठक के बाद किंगफिशर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय अग्रवाल ने कहा कि बैठक अच्छी रही, विमानन नियामक ने जो भी सूचना मांगी है, कल तक दे दी जाएगी। एयरलाइन्स के वरिष्ठ अधिकारियों ने विमानन नियामक डीजीसीए से मुलाकात की और उड़ानें सुव्यवस्थित करने की योजना तथा अपनी वित्तीय मुश्किलों के बारे में बताया। उल्लेखनीय है कि किंगफिशर ने आज 30 उड़ानें रद्द कीं। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के प्रमुख ई के भारत भूषण से मुलाकात से पहले किंगफिशर के मुख्य कार्यकारी संजय अग्रवाल ने कहा, ‘नियामक जो पूछेगा हम उसका जवाब देंगे।’
नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमें किंगफिशर के पक्ष को सुनना है। हमें यह नहीं पता कि उनकी क्या योजना है, सामान्य समयसारणी को कैसे सुव्यवस्थित करेंगे। फिर कुछ सुरक्षा संबंधी मुद्दे भी हैं जिनका उन्हें जवाब देना है।’ उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी उद्योग की एक इकाई के बंद होने से पूरे उद्योग के लिए मुश्किल पैदा होती है और कहा कि कुछ कदम उठाने हैं ताकि किंगफिशर अपनी उड़ानों की समयसारणी ठीक कर सके और यात्रियों को कोई सुविधा न हो।
विमानन कंपनी ने आज और उड़ानें रद्द कीं। मुंबई से 13 उड़ानें रद्द हुईं जबकि कोलकाता से आठ और दिल्ली से चार उड़ानें रद्द हुईं। इससे बहुत से यात्रियों को परेशानी हुई। प्रमुख वायुमार्ग मुंबई-दिल्ली सबसे अधिक प्रभावति रहा। किंगफिशर के 34 पायलटों ने कल इस्तीफा दे दिया जिससे विमानन कंपनी को नई किस्म की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उद्योग से जुड़े सूत्र के अनुसार पिछले साल अक्तूबर से अबतक करीब 80 पायलट कंपनी छोड़ चुके हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 22, 2012, 11:02