Last Updated: Wednesday, May 1, 2013, 14:40

नई दिल्ली : योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने कहा कि ‘पूंजी बाजार से उनका विशेष लगाव है’ और भारतीय अर्थव्यवस्था का एक यही क्षेत्र है जो करीब करीब विश्वस्तर का बन चुका है।
उन्होंने आने वाले समय में भारतीय पूंजी बाजार को वैश्विक मानकों के अनुसार और उच्चस्तरीय बनाने पर बल दिया । अहलुवालिया ने यह भी कहा कि भारतीय बाजार ने काफी प्रगति की है और समय समय पर उत्पन्न दबावों को बहुत अच्छी तरह संभाला है।
अस्सी के दशक के अंतिम साल में वित्त मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान बाजार नियामक सेबी के गठन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अहलूवालिया ने कहा कि भारतीय बाजार ने उसके बाद से उल्लेखनीय प्रगति की है।
अहलूवालिया ने कहा, ‘मैं साफ साफ कहता हूं कि पूंजी बाजारों से मुझे विशेष लगाव है।’ वह यहां शेयर बाजार विनियामकों के एक अंतराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। शेयर बाजार आयोगों के अंतर्राष्ट्रीय संगठन की एशिया प्रशांत क्षेत्रीय समिति की तीन-दिवसीय बैठक का आयोजना सेबी ने आयोजित किया था।
पूंजी बाजार से अहलूवालिया के जुड़ाव के बारे में सेबी के अध्यक्ष यू के सिन्हा ने कहा कि प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकारण के गठन से पहले सेबी के निर्णयों के खिलाफ अपील की सुनवायी सरकार ही करती थी और अहलूवालिया अपील सुनने का काम करते थे।
सिन्हा ने ठहाकों के बीच कहा कि अहलूवालिया बताते हैं कि मामले की सुनवाई के दौरान वकील जब उन्हें माइ लार्ड कहा करते थे तो वह बड़ा रोमांचित महसूस करते थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 1, 2013, 14:32