Last Updated: Wednesday, August 1, 2012, 15:23
नई दिल्ली: नवनियुक्त बिजली मंत्री वीरप्पा मोइली ने राज्यों पर जरूरत सेअधिक बिजली लेने का आरोप लगाने से परहेज किया। बुधवार को, ग्रिड से जरूरत से अधिक बिजली लेने की वजह से तीन ग्रिड विफल हो गए थे।
मोइली ने कहा कि वह उन कई दिक्कतों से निपटने पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो बिजली क्षेत्र के समक्ष हैं। आज सुबह बिजली मंत्रालय का कार्यभार संभालने वाले मोइली ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेंगे और बिजली क्षेत्र के समक्ष आ रही अड़चनों को दूर करने पर काम करना शुरू करेंगे।
उन्होंने बताया कि पहली चीज ग्रिड को स्थिर करना और इसे सतत बनाए रखना है। इसके लिए, हम उचित रणनीति बनाएंगे। मोइली ने कहा कि मैं आरोप प्रत्यारोप के साथ अपनी पारी शुरू नहीं करना चाहता, उचित समय पर हम अल्पावधि व मध्यम अवधि के समाधान तलाशेंगे।
मोइली ने बिजली मंत्रालय की कमान ऐसे समय में संभाली है जब यह क्षेत्र जबरदस्त संकट से गुजर रहा है और उन्हें तीन ग्रिड की विफलता से लेकर ईंधन की किल्लत और वितरण कंपनियों की खस्ता हालत तक के मुद्दों से निपटना होगा।
उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से ही चुनौतियों को पसंद करता रहा हूं, ये चीजें (बिजली प्रेषण व ईंधन के मुद्दे) बहुत संवेदनशील हैं और इनसे निपटते समय समस्याएं भी पैदा होंगी, इनसे कैसे निपटा जाए यह एक चुनौती होगी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 1, 2012, 15:23