Last Updated: Thursday, January 24, 2013, 16:47

मुंबई : रिजर्व बैंक ने सरकारी प्रतिभूतियों और कारपोरेट बांडों में एफआईआई निवेश सीमा 5..5 अरब डालर तक गुरुवार को बढ़ा दी, जिससे घरेलू ऋण प्रतिभूतियों में कुल सीमा बढ़कर 75 अरब डालर हो गई है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि नियमों में और ढील देते हुए सरकारी प्रतिभूतियां खरीदने वाले विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के लिए तीन साल का लॉक.इन पीरियड पहली दफा खत्म किया जा रहा है। आरबीआई ने कहा कि एफआईआई और दीर्घकालीन निवेशकों द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश के लिए 10 अरब डालर की उप सीमा 5 अरब डालर तक बढ़ाई जाती है।
दोनों वर्गों में 5-5 अरब डालर की बढ़ोतरी से एफआईआई और दीर्घकालीन निवेशक अब सरकारी प्रतिभूतियों में 25 अरब डालर और कारपोरेट ऋण प्रतिभूतियों में 50 अरब डालर निवेश कर सकेंगे जिससे कुल निवेश सीमा बढ़कर 75 अरब डालर हो गई। इससे पहले, सरकारी प्रतिभूतियों में एफआईआई निवेश सीमा 20 अरब डालर थी और कारपोरेट बांडों के लिए यह सीमा 45 अरब डालर थी जिसमें ढांचागत बांडों के लिए 25 अरब डालर की उप सीमा शामिल है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 24, 2013, 16:47