Last Updated: Wednesday, June 5, 2013, 19:39
नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय कल एक बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के वित्तीय निष्पादन और रुकी पड़ी ढांचागत परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करेगा। वित्तीय सेवा सचिव राजीव टकरू कल मुंबई में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे जिसमें बैंकों के निष्पादन की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा टकरू सालाना वित्तीय प्रदर्शन, संपत्ति की गुणवत्ता तथा उत्पादक क्षेत्रों को रिण के प्रवाह की स्थिति की भी समीक्षा करेंगे।
भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक सहित कुछ सरकारी बैंकों की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) मार्च, 2013 के अंत तक कुल परिसंपत्तियों के 4 प्रतिशत पर पहुंच गई हैं। मार्च, 2011 में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की गैर निष्पादित आस्तियां 71,080 करोड़ रुपये थीं, जो दिसंबर, 2012 तक बढ़कर 1.55 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बैठक में नकदी अंतरण योजना के तहत सब्सिडी स्थानांतरण की बैंकों की तैयारियों का भी जायजा लिया जाएगा। वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मार्च में सरकारी बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक में बिजली, कोयला, लौह, इस्पात और सड़क परिवहन क्षेत्र में रुकी पड़ी परियोजनाओं पर चिंता जताई थी। चिदंबरम ने कहा था कि 7 लाख करोड़ रुपये की 215 परियोजनाएं अभी रुकी हुई हैं और बैंकों ने इनके लिए 54,000 करोड़ रुपये का ऋण दिया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 5, 2013, 19:39