Last Updated: Tuesday, May 22, 2012, 17:58
नई दिल्ली/मुंबई: एयर इंडिया के करीब 200 पायलटों की हड़ताल मंगलवार को 15वें दिन में प्रवेश करने के साथ नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने एयर इंडिया में जारी संकट की जिम्मेदारी हड़ताली पायलटों पर डालते हुए मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि वे सरकार की अपील अनसुनी कर रहे हैं। विमानन कंपनी ने परिचालन में कटौती की आपात योजना की मियाद एक जून तक के लिए आज बढ़ा दी।
एयर इंडिया सूत्रों ने बताया कि आपात योजना की मियाद 25 मई से बढ़ाकर एक जून कर दी गई है। इसके अलावा, केवल उन्हीं उड़ानों के लिए बुकिंग स्वीकार की जा रही है, जिनका परिचालन आपात योजना के तहत किया जा रहा है। संसद में सिंह ने कहा कि मैंने सदन में प्रतिबद्धता जताई है कि किसी का उत्पीड़न नहीं किया जाएगा, लेकिन पायलट हैं कि सुन ही नहीं रहे। स्थिति जस की तस बनी हुई है। संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल जारी रहने और इससे यात्रियों को हो रही असुविधा पर चिंता जताई।
नागर विमानन मंत्री ने कहा कि हड़ताल से एयर इंडिया की छवि खराब हुई है। यह हड़ताल ऐसे समय में की गई है जब विमानन क्षेत्र में व्यस्ततम सीजन है और कंपनी की आय 35 प्रतिशत तक बढ़ी है। उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया ने 200 से अधिक पायलटों की हड़ताल के मद्देनजर 16 मई को आपात योजना लागू की जिसके तहत न्यूनतम संख्या में विमानों के साथ यूरोप और अमेरिका के लिए उड़ानों को साथ जोड़ करके अंतरराष्ट्रीय परिचालन किया जा रहा है। पायलटों की हड़ताल के चलते विमानन कंपनी को अभी तक 250 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है। प्रबंधन द्वारा पिछले दो सप्ताह में 101 पायलटों को बख्रास्त किए जाने के बावजूद हड़ताल जारी है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 22, 2012, 23:28