Last Updated: Thursday, October 20, 2011, 10:02

न्यूयार्क : वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने वाला वैश्विक समूह सिटीग्रुप प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (सेक) की ओर से लगाए गए आरोपों का निपटारा करने के लिए 28.5 करोड़ डालर भुगतान करने को राजी हो गया है। कंपनी पर डेरिवेटिव्ज सौदों में निवेशकों को भ्रमित करने का आरोप है।
मामला निपटाने का समझौता ऐसे समय में किया जा रहा है कि अमेरिकी नियामकीय आयोग ने भारतीय मूल के पोर्टफोलियो मैनेजर पर अलग से आरोप लगाया है। सेक का आरोप है कि सिटीग्रुप की प्रधान अमेरिकी ब्रोकर डीलर अनुषंगी ने निवेशकों को करीब एक अरब डालर के डेरिवेटिव्ज निवेश सौदे के बारे में बहकाया। इससे निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा, जबकि कंपनी ने शुल्क आदि के रूप में 16 करोड़ डालर की कमाई की।
सेक ने क्रेडिट सुइस की परिसंपत्ति प्रबंधन इकाई के खिलाफ अलग से आरोप लगाए हैं, जिसने डेरिवेटिव्ज सौदे में कोलैटरी मैनेजर की भूमिका निभाई। सेक ने क्रेडिट सुइस के पोर्टफोलियो प्रबंधक समीर भट्ट पर भी अलग से आरोप लगाए हैं।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, October 20, 2011, 15:45