Last Updated: Wednesday, January 11, 2012, 15:24
मुंबई : सरकार ने तरजीही पेशकश के जरिए भारतीय स्टेट बैंक को पूंजी सहायता देने का फैसला किया है। देश के इस सबसे बड़े बैंक को चालू वित्त वर्ष के अंत तक 6,000 करोड़ रुपये की पूंजी मिलेगी। बैंक के अध्यक्ष प्रतीप चौधरी ने आज यहां यह जानकारी दी।
प्रस्तावित पूंजी सहायता के बारे में पूछने पर चौधरी ने कहा कि तरजीही पेशकश लाई जाएगी और इसके जरिए पूंजी मिलेगी। पूंजी के आकार के बारे में उन्होंने कहा कि यह 5,000 से 6,000 करोड़ रुपये तक होगी। उन्होंने इस तरजीही पूंजी पेशकश के समय के बारे में तो नहीं बताया लेकिन कहा कि यह 31 मार्च से पहले आएगी।
एसबीआई का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात सितंबर तिमाही तक 11.4 फीसदी पर था, जिसमें प्रथम श्रेणी यानी शेयर पूंजी 7.7 फीसद है जो कि सरकार द्वारा तय आठ फीसद के स्तर से कम है। बैंक ने साल भर पहले राईट्स इश्यू के जरिए करीब 20,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंशा जाहिर की थी लेकिन सरकार ने इस प्रस्ताव को टाला क्योंकि उसे इसमें से करीब दो तिहाई शेयर खरीदने पड़ते।
उल्लेखनीय है कि सरकार की एसबीआई में 59.4 फीसद हिस्सेदारी है। पिछले तीन महीने से एसबीआई के अधिकारी करीब 6,000 करोड़ रुपये की पूंजी सहायता का अनुमान लगा रहे थे। पिछले महीने मुख्य वित्त अधिकारी दिवाकर गुप्ता ने कहा था कि पूंजी सहायता किसी भी समय मिल सकती है जबकि चौधरी ने पिछले सप्ताह कहा कि उन्हें पुर्न पूंजीकरण के बारे में वित्त मंत्रालय से पत्र मिला है। इस पूंजी के मिलने से बैंक का टीयर-एक पूंजी अनुपात बढ़कर नौ फीसदीसे ज्यादा हो जाएगा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 11, 2012, 20:54