Last Updated: Sunday, July 28, 2013, 17:21

नई दिल्ली : दूरसंचार विभाग इस सप्ताह दूरसंचार नियामक ट्राई से संपर्क कर स्पेक्ट्रम की खरीद-फरोख्त के कारोबार पर उसके सुझाव लेने की योजना बना रहा है। इस कारोबार के तहत निजी कंपनियों को दूरसंचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम की ब्रिकी करने या उसे लीज देने की छूट मिल सकती है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि हम स्पेक्ट्रम व्यापार पर सुसिफारिश के लिए सप्ताह भर में ट्राई को लिखेंगे। यह दूसरी बार होगा जबकि नियामक से स्पेक्ट्रम व्यापार उसकी सलाह मांगी जाएगी।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) ने 2010 में इस पर परामर्श किया और निष्कर्ष निकाला कि देश स्पेक्ट्रम के व्यापार के लिए तैयार नहीं है। नियामक का मानना था कि स्पेक्ट्रम व्यापार को अनुमति देने से गैर प्रतिस्पर्धी गतिविधियां शुरू हो सकती हैं।
सरकार ने कंपनियों को स्पेक्ट्रम साझेदारी की अनुमति देने पर सहमत है लेकिन इसके व्यापार के बारे में उसने फैसला नहीं किया है। आस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और ग्वाटेमाला जौसे कई देशों में कंपनियों को द्वीतियक बाजार में स्पेक्ट्रम की ट्रेडिंग करने की छूट है। जिससे स्पेक्ट्रम वितरण का एक नया जरिया बनता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 28, 2013, 17:21