Last Updated: Thursday, October 18, 2012, 11:01

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: टेलीकॉम कमीशन ने 900 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए 100 फीसदी स्पेक्ट्रम रिफार्मिंग के पक्ष में फैसला सुनाया है। अब इस मुद्दे पर आखिरी फैसला ईजीओएम आज लेगी।
स्पेक्ट्रम रिफार्मिंग को टेलीकॉम कमिशन ने हरी झंडी दे दी है। टेलीकॉम कमीशन ने भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया के पास मौजूद प्रीमियम स्पेक्ट्रम को उनसे लेकर उसकी नीलामी कराने का सुझाव दिया है।
आज होने वाली ईजीओएम की बैठक में अगर स्पेक्ट्रम रिफार्मिंग को मंजूरी मिलती है तो इन कंपनियों के पास मौजूद 900 मेगाहर्ट्ज बैंड के स्पेक्ट्रम को नीलामी पर रखा जाएगा और बदले में टेलीकॉम सर्विस देने के लिए 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड का स्पेक्ट्रम दिया जाएगा।
नीलामी में तय होने वाली कीमत पर टेलीकाम कंपनियों के लाइसेंस रिन्यूल पर दिया जाएंगे। जीएसएम कंपनियों का कहना है कि इससे उनको काफी नुकसान होगा। कंपनियां सरकार के आखिरी फैसले के बाद आगे कानूनी कदम उठाने पर विचार करेंगी।
जीएसएम कंपनियों का कहना है कि रिफार्मिंग से उनको करोड़ों का झटका लगेगा। यानि नए स्पेक्ट्रम बैंड में शिफ्ट होने पर उन्हें नया इंफ्रास्ट्रक्चर लगाना होगा। इस खर्चे का सीधा असर कॉल दरों पर पड़ेगा, यानि मोबाइल पर बात करना महंगा हो जाएगा।
जीएसएम सर्विस देने वाली कंपनियों के पास मौजूद आधे से ज्यादा स्पेक्ट्रम 900 मेगाहर्ट्ज बैंड में है। ये बैंड ज्यादा क्षेत्र में कवरेज देने और बिल्डिंग के अंदर तक सिग्नल देने की खूबी के कारण प्रीमियम स्पेक्ट्रम माना जाता है। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर यानि टावर भी कम लगाने होते हैं।
First Published: Thursday, October 18, 2012, 10:15