‘हड़ताल जारी रही, तो एयर इंडिया को होगी मुश्किल’

‘हड़ताल जारी रही, तो एयर इंडिया को होगी मुश्किल’


नई दिल्ली/मुम्बई : सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया के पायलटों ने यदि अपनी हड़ताल वापस नहीं ली तो कम्पनी सम्भवत: लम्बे समय तक अपना वजूद नहीं बचा सकेगी। यह बात कम्पनी के प्रमुख रोहित नंदन ने शनिवार को कही। नंदन ने कहा कि यदि विमानन कम्पनी का वजूद लम्बे समय में बनाए रखना है, तो पायलटों के लिए जरूरी है कि वे काम पर लौटें।

उन्होंने कहा कि उन्हें (पायलट) समझना चाहिए कि इस हड़ताल का विमानन कम्पनी और इसके भविष्य पर क्या असर होगा। एयर इंडिया के पायलटों की हड़ताल शनिवार को 26वें दिन में प्रवेश कर गई और इसके कारण विमानन कम्पनी का घाटा बढ़कर 350 करोड़ रुपये से अधिक हो गया, जो कम्पनी के लिए अब तक किसी भी हड़ताल से बड़ा नुकसान है।
कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि पर्यटन के प्रमुख समय में अंतर्राष्ट्रीय मार्गो पर कम्पनी के यात्रियों की संख्या काफी कम रह जाने के कारण नुकसान 400 करोड़ रुपये को पार कर सकता है।

उन्होंने कहा कि आज (शनिवार) से नुकसान के घटकर रोजाना पांच करोड़ रुपये तक रह जाने का अनुमान है। पुरानी विमानन कम्पनी इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय से पहले वाली एयर इंडिया के पायलटों वाले इंडियन पायलट गिल्ड (आईपीजी) के सदस्य पायलट आठ मई से हड़ताल पर हैं। वे पुरानी इंडियन एयरलाइंस से सम्बंधित पायलटों को बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का प्रशिक्षण दिए जाने का विरोध कर रहे हैं।

विमानन कम्पनी ने शुक्रवार को हड़ताल से प्रभावित अंतर्राष्ट्रीय संचालनों को बरकरार रखने के लिए अंतरिम योजना लागू की। अधिकारी ने कहा कि अंतरिम योजना के तहत कम यात्री वाले गंतव्यों को कुछ समय के लिए उड़ान योजना से हटा दिया गया है। हांगकांग, ओसाका, सिओल और टोरंटो जैसे सात अंतर्राष्ट्रीय गंतव्य इनमें शामिल हैं। (एजेंसी)

First Published: Saturday, June 2, 2012, 22:13

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