Last Updated: Friday, October 21, 2011, 13:11
नई दिल्ली/गुड़गांव : मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) के मानेसर कारखाने में 14 दिन से चली आ रही हड़ताल शुक्रवार सुबह प्रबंधन, कर्मचारियों और हरियाणा सरकार के बीच हुए त्रिपक्षीय समझौते के साथ समाप्त हो गई। इस हड़ताल से कंपनी को लगभग 700 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
समझौते के तहत मारुति सुजुकी 64 निलंबित स्थायी कर्मचारियों को काम पर वापस लेगी, साथ ही 1,200 अस्थायी कर्मचारियों को भी बहाल किया जाएगा। हालांकि, 30 स्थायी कर्मचारियों को अभी निलंबित रखा जाएगा। उनके खिलाफ कंपनी प्रबंधक आंतरिक जांच कराएगा। जांच रपट के आधार पर जो भी कानूनी कार्रवाई होगी वह दोनों पक्षों को मान्य होगी।
हरियाणा सरकार ने मारुति सुजुकी इंडिया, सुजुकी पावरट्रेन इंडिया लिमिटेड (एसपीआईएल) और सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसएमआईपीएल) के प्रबंधन और कर्मचारियों के संगठन के साथ अलग-अलग त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए।
रपटों के अनुसार दोनों पक्षों में यह भी तय हुआ है कि ‘काम नहीं तो वेतन नहीं ’ के सिद्धांत के अनुसार हड़ताल के दिनों का वेतन देय नहीं होगा। माना जा रहा है कि हड़ताल के दौरान कंपनी को प्रतिदिन 50 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ और इस तरह कुल घाटा 700 करोड़ रुपए बैठता है।
उल्लेखनीय है कि मानेसर संयंत्र में करीब 1,200 अस्थायी कर्मचारियों एवं 44 स्थायी कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर कर्मचारी 7 अक्टूबर से हड़ताल पर थे। इससे पहले 33 दिन चली हड़ताल को खत्म करने के लिए एक अक्टूबर को हुए समझौते के बाद इन कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। एसपीआईएल और एसएमआईपीएल के कर्मचारी भी मारुति में अपने सहयोगियों के समर्थन में हड़ताल पर चले गए थे।
(एजेंसी)
First Published: Friday, October 21, 2011, 18:42