हड़ताल से 26,000 करोड़ के नुकसान का अनुमान

हड़ताल से 26,000 करोड़ के नुकसान का अनुमान

नई दिल्ली : मजदूर संगठनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन गुरुवार को दक्षिण दिल्ली के एक औद्योगिक इलाके में हिंसा भड़क गई और नोएडा में फैक्टरियों पर हमले किए गए। बैकिंग सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई, वहीं राज्यों से मिली जुली प्रतिक्रिया मिली है।

उद्योग एवं कारोबार संगठन सीआईआई और एसोचैम ने कहा कि इस दो दिवसीय हड़ताल से देश को 26,000 करोड़ रूपये का आर्थिक नुकसान होने का अनुमान है जिसका अर्थव्यवस्था पर ऐसे समय में बुरा असर पड़ेगा जब यह पहले से ही मंदी की गिरफ्त में है। कई राज्यों में सड़क परिवहन भी बाधित हुआ जबकि कुछ महानगरों में सरकारी बैंकों के कुछ एटीएम में रूपये ही खत्म हो गए। चेक क्लिीयरिंग कार्य और नकदी लेन देन भी प्रभावित रहा।

खबरों के मुताबिक वायु एवं रेल सेवाएं हालांकि अप्रभावित रही। पश्चिम बंगाल में जनजीवन सामान्य रहा लेकिन केरल में हड़ताल के दूसरे दिन जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। पुलिस ने बताया कि दिल्ली में हड़ताल ने उस वक्त हिंसक रूप अख्तियार कर लिया जब प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण दिल्ली के ओखला औद्योगिक क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक फैक्टरियों पर पथराव किया। संकट खड़ा करने वाले वाले छह लोगों को हिरासत में ले लिया गया।

वहीं, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की ओर से आहूत दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ओडिशा में आज मिलाजुला असर देखा गया जहां राज्य के अलग-अलग हिस्सों से करीब 800 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नारेबाजी कर रहे माकपा के राज्य सचिव जनार्दन पति सहित 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे पुलिस बैरीकेड तोड़कर विधानसभा परिसर की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे। विधानसभा में बजट सत्र जारी है।

सूत्रों ने यह भी बताया कि राउरकेला, बालेश्वर, बरहमपुर, कटक एवं संबलपुर से अन्य 600 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए हैं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, February 21, 2013, 23:05

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