Last Updated: Saturday, November 12, 2011, 06:37
ज़ी न्यूज ब्यूरो मुंबई: किंगफिशर एयरलाइंस की खराब हालत पर विजय माल्या ने ट्विटर के जरिए सफाई दी है। विजय माल्या के मुताबिक हर सरकार एयरलाइंस और कनेक्टिविटी को सबसे ज्यादा मदद करती हैं। माल्या ने कहा भारत में एयरलाइंस पर टैक्स बहुत ज्यादा है और ये बात उनकी समझ के बाहर है।
विजय माल्या ने सवाल उठाया है कि क्या नुकसान वाले रास्तों में उड़ान भरना किंगफिशर की जिम्मेदारी है। जबकि राज्य सरकारें भारी भरकम टैक्स वसूली में लगी हैं। माल्या ने यह कहा कि क्या किंगफिशर को मुनाफे वाली उड़ानें ही नहीं चलानी चाहिए, क्या हमें वित्तीय तौर पर मजबूत नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि किंगफिशर को रोजाना 3 से चार करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है और नुकसान वाली जगहों पर वह फ्लाइट नहीं उड़ाएंगे। किंगफिशर को 2010-11 में 1,027 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था और उसका ऋण बढ़कर 7,057.08 करोड़ रुपए हो गया।
विजय माल्या की भारी घाटे से जूझ रही विमान कंपनी किंगफिशर एयरलाइन्स के शेयर शुक्रवार को 18 प्रतिशत की रिकार्ड गिरावट पर रहे। कंपनी ने अपने परिचालन खर्चों में कटौती का हवाला देते हुए पहले तो अपनी किफायती विमान सेवा बंद कर दी और अब एक एक कर सभी उड़ानें भी रद्द कर रही हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि कंपनी को पट्टे पर विमान बेचने वाली कंपनियों ने अपने विमान वापस लेने की तैयारी शुरू कर दी है।
First Published: Sunday, November 13, 2011, 10:19