Last Updated: Sunday, February 19, 2012, 05:21
नई दिल्ली: भारत में महंगाई की दर अगले कुछ माह में 6.5 से 7.6 फीसद के बीच रहने की संभावना है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक 2012 के दौरान ब्याज दरों में एक प्रतिशत की कटौती कर सकता है। वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी सिटीग्रुप ने यह अनुमान लगाया है।
सिटी इन्वेस्टमेंट रिसर्च एंड एनालिसिस ने अपनी ताजा रिपोर्ट इंडिया मैक्रो फ्लैश में कहा है, ‘मजबूत आधार प्रभाव की वजह से अगले कुछ माह में सकल मुद्रास्फीति की दर 6.5 से 7.6 प्रतिशत के दायरे पर रहेगी। पिछले दो साल में महंगाई की दर का स्तर 9 प्रतिशत से अधिक रहा है।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि सकल मुद्रास्फीति में गिरावट और इसके साथ ही वृद्धि में भी गिरावट जैसे कारणों से रिजर्व बैंक 2012 में रेपो दरों में कम से कम एक प्रतिशत की कटौती कर सकता है।’
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय बैंक दरों में कटौती का सिलसिला अप्रैल से ही शुरू करेगा। सिटी ने कहा, ‘रिजर्व बैंक का कहना है कि ब्याज दरों में कितनी और कब कटौती की जाएगी, यह वित्तीय एकीकरण पर निर्भर करता है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि रेपो दरों में कटौती 16 मार्च को पेश होने वाले बजट के बाद ही की जाएगी।’ रिजर्व बैंक 17 अप्रैल को मौद्रिक नीति की सालाना समीक्षा पेश करेगा।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, February 19, 2012, 10:52