Last Updated: Wednesday, November 7, 2012, 21:56

गुड़गांव : भारती समूह के चेयरमैन सुनील मित्तल का मानना है कि 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए 14,000 करोड़ रुपये का आरक्षित मूल्य काफी उंचा है। उन्होंने आज यहां कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी पहले दिन ही पूरी हो जाएगी।
यहां भारत पर विश्व आर्थिक मंच के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में मित्तल ने कहा, आरक्षित मूल्य काफी उंचा है और हम पहले दिन से ही यह बात कह रहे हैं। सरकार अगले सप्ताह देश में सभी 22 दूरसंचार सर्किलों के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी कर रही है। 5 मेगाहट्र्ज के लिए न्यूनतम बोली 14,000 करोड़ रुपये रखा गया है। यह नीलामी मूल्य पूर्व में की गई स्पेक्ट्रम की बिक्री के मूल्य से सात गुना अधिक है। उस समय आपरेटरों को स्पेक्ट्रम के साथ दूरसंचार लाइसेंस भी मिला था।
मित्तल ने इस बात की संभावना से इनकार किया 3जी और ब्रॉडबैंड वायरलेस एक्सेस (बीडब्ल्यूए) की तरह 2जी की प्रतिस्पर्धी बोली काफी उंचा पहुंच़ेगी। 2010 में उस नीलामी में सरकार को 1.06 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला था।
मित्तल ने कहा, नीलामी पहले दिन पूरी हो जाएगी। आक्रामक होने की जरूरत नहीं है। यह पूछे जाने पर कि जब आरक्षित मूल्य इतना अधिक है, तो भारती इसमें क्यों हिस्सा ले रही है, मित्तल ने कहा कि हम नहीं चाहते कि कोई कहे कि हमने नीलामी का बहिष्कार किया।
एयरटेल, वोडाफोन, वीडियोकॉन तथा टाटा टेलीसर्विसेज ने नीलामी में भाग लेने के लिए आवेदन किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज और सिस्तेमा आश्चर्यजनक रूप से नीलामी में भाग नहीं ले रही हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 7, 2012, 21:56