Last Updated: Tuesday, March 6, 2012, 12:49
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली : पेट्रोल के दाम एक बार फिर बढ़ेंगे। इस बार पांच रुपये प्रति लीटर तक पेट्रोल महंगा हो सकता है। पीटीआई के हवाले से खबर है कि तेल कंपनियों ने दाम बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से इजाजत मांगी है।
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही अब सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल कीमतों में वृद्धि की अपनी मांग को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। तेल कंपनियां पेट्रोल के दामों में 5 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी चाहती हैं, पर वास्तविक वृद्धि कितनी हो यह सरकार को तय करना है।
एक पेट्रोलियम कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें पेट्रोल पर प्रति लीटर 5.10 रुपये का नुकसान हो रहा है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब हम सरकार से कीमतों में संशोधन के लिए संपर्क करेंगे। पेट्रोलियम कंपनियों ने पिछले साल पहली दिसंबर को पेट्रोल कीमतों में संशोधन किया था। उसके बाद पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पेट्रोल कीमतों में फिर संशोधन नहीं हुआ। इंडियन आयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम को कीमतों में अंतिम संशोधन के बाद से 900 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। उस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दाम 109 डालर प्रति बैरल थे। उसके बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गैसोलीन के दाम बढ़कर 130.71 डालर प्रति बैरल हो गए हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि पेट्रोल कीमतों में वृद्धि की पूरी संभावना है, लेकिन यह कितनी होगी, इस पर निर्णय सरकार को करना है। विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद अब यह देखने वाली बात होगी कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार संसद के 12 मार्च से शुरू हो रहे बजट सत्र से पहले कीमत वृद्धि को मंजूरी देती है या नहीं। पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल की प्रति लीटर की बिक्री पर 13.55 रुपये और मिट्टी के तेल पर 29.97 रुपये का नुकसान हो रहा है। इसी तरह 14.2 किलोग्राम के एलपीजी पर नुकसान 439 रुपये प्रति सिलेंडर का है।
First Published: Tuesday, March 6, 2012, 18:24