Last Updated: Monday, April 29, 2013, 21:28
नई दिल्ली : योजना आयोग का कहना है कि 12वीं पंचवर्षीय योजना में यदि बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 1,000 अरब डालर के निवेश की जरूरत का आधा यानी 500 अरब डालर का निवेश निजी क्षेत्र से नहीं आया, तो 8 फीसद की सालाना वृद्धि दर का लक्ष्य हासिल नहीं हो पाएगा।
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने आज यहां फिक्की के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यदि निजी क्षेत्र से 500 अरब डालर का निवेश नहीं मिला, तो 8 फीसद की सालाना वृद्धि दर का लक्ष्य हासिल हो पाना मुश्किल है।’’ योजना आयोग ने 12वीं पंचवर्षीय योजना में 1,000 अरब डालर के निवेश का लक्ष्य रखा है, जिससे इस योजनावधि में 8 फीसद की सालाना वृद्धि दर हासिल हो सके। इसमें से आधा निवेश निजी क्षेत्र से आना चाहिए।
अहलूवालिया ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा, ‘‘हमें इस मामले में स्पष्ट होना चाहिए। बुनियादी ढांचा क्षेत्र में सरकारी योगदान बढ़ाने की कोई संभावना या शून्य संभावना है। इसकी सीधी वजह है कि संसाधन नहीं हैं। स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र को भारी संसाधनों की जरूरत है।’’ योजना आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि योजनावधि के अंतिम कुछ साल में अर्थव्यवस्था 9 फीसद की दर से बढ़नी चाहिए, तभी औसत 8 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल हो सकेगी।
अहलूवालिया ने कहा कि यदि अर्थव्यवस्था को योजनावधि के दौरान 8 फीसद की वृद्धि दर के रास्ते पर डालना है, तो अंतिम दो साल वृद्धि दर 9 प्रतिशत के दायरे में रहनी चाहिए। केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के अग्रिम अनुमान के अनुसार 12वीं योजना पहले साल 2012-13 में आर्थिक वृद्धि दर 5 प्रतिशत रही। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद ने चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसद रहने का अनुमान लगाया है। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 29, 2013, 21:28