Last Updated: Friday, April 27, 2012, 08:26
लंदन: योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा है कि वैश्विक ऋण साख एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स के भारत का परिदृश्य नकारात्मक किये जाने के बावजूद देश का उत्साह बरकरार है और दीर्घकाल में 8 से 9 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि की संभावना है।
अहलूवालिया ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मेरी नजर में भारत का उत्साह अभी भी बरकरार है। दीर्घकाल में 8 से 9 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि की संभावना है। लेकिन इसे हासिल करने के लिये हमें अपने वृहत आर्थिक मानकों को दुरूस्त करना है।’’ मोंटेक यहां स्वच्छ उर्जा पर एक मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भाग लेने आए हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले वर्ष 6.9 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि हासिल की। प्रश्न यह है कि क्या 2012-13 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर बढ़ेगी या नहीं। एशिया-चीन तथा भारत- में आर्थिक वृद्धि हो रही है।’ स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने बुधवार को भारत के भविष्य के वित्तीय परिदृश्य को नकारात्मक कर दिया और चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राजकोषीय स्थिति तथा राजनीतिक माहौल में सुधार नहीं हुआ तो वह आने वाले समय में भारत की रेटिंग को ओर घटा सकता है।
वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने एस एंड पी के कदम को खतरे की चेतावनी करार दिया और कहा कि सरकार उच्च आर्थिक वृद्धि हासिल करने की दिशा में काम करेगी।
अहलूवालिया ने कहा, ‘वित्त मंत्री पहले ही एस एंड पी के फैसले के बारे में प्रतिक्रिया दे चुके हैं। मुझे इसमें कुछ नहीं कहना है।’
(एजेंसी)
First Published: Friday, April 27, 2012, 13:56