Last Updated: Sunday, February 24, 2013, 13:26
नई दिल्ली : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का केंद्रीय न्यासी बोर्ड सोमवार को वित्त वर्ष 2012-13 के लिये अपने करीब पांच करोड़ अंशधारकों के भविष्य निधि जमाओं पर 8.5 प्रतिशत ब्याज देने का निर्णय कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह पिछले वित्त वर्ष में दिये गये 8.25 प्रतिशत ब्याज के मुकाबले अधिक होगा।
ईपीएफओ द्वारा तैयार नोट में कहा गया है, ‘वित्त वर्ष 2012-13 के लिये 8.5 प्रतिशत ब्याज व्यावहारिक है।’ इस नोट पर ईपीएफओ की परामर्श इकाई वित्त और निवेश समिति (एफआईसी) ने भी 15 फरवरी को विचार किया था।
ईपीएफओ के अनुमान के अनुसार चालू वित्त वर्ष में 8.6 प्रतिशत ब्याज देने से उसे 240.49 करोड़ रुपये का घाटा होगा जबकि 8.5 प्रतिशत ब्याज से उसके पास 4.13 करोड़ रुपये अतिरिक्त राशि उपलब्ध होगी।
एक सूत्र ने कहा, ‘ईपीएफओ का निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) की सोमवार को बैठक होने वाली है जिसमें चालू वित्त वर्ष के ब्याज के बारे में निर्णय किया जा सकता है।
वित्त मंत्रालय की सहमति के बाद ब्याज दर पर अधिसूचना सरकार जारी करती है। हालांकि ईपीएफओ वर्ष की शुरूआत में ब्याज दर की घोषणा करता है लेकिन इस बार इसमें देरी हुई है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 24, 2013, 13:26