Last Updated: Saturday, March 2, 2013, 16:48

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 85 अरब डॉलर की खर्च कटौती के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया है। खर्च में कटौती के खिलाफ होने के बावजूद उन्होंने आदेश पर दस्तखत किया है। उनका मानना है कि इस खर्च कटौती से आर्थिक वृद्धि में आधा प्रतिशत अंक की कमी आएगी और साढ़े सात लाख रोजगार के अवसर कम होंगे।
बजट कटौती और राजकोषीय घाटे के मुद्दों पर रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों के साथ सहमति नहीं बनने पर न चाहते हुए भी कल देर रात ओबामा ने आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए।
ओबामा ने कांग्रेस के सदस्यों के साथ करीब एक घंटा चली बैठक के बाद कहा, ‘ऐसे समय जब हमारे व्यावसायियों का काम कुछ चलने लगा था, नए कर्मचारियों को नौकरी पर लिया जाने लगा, अमेरिका में फिर से नौकरियां आने लगी। हमें इस तरह के एक के बाद एक प्रतिकूल निर्णय नहीं लेने चाहिए।’
उन्होंने कहा,‘ऐसी कटौतियां नहीं करनी चाहिए जिनपर कारोबारी निर्भर रहते हैं। शिक्षा, अनुसंधान, आधाभूत क्षेत्र और रक्षा जैसे अहम क्षेत्रों में यह कदम नहीं उठाना चाहिए जिनपर कई कर्मचारी निर्भर रहते हैं।’ ओबामा ने कहा,‘यह अनावश्यक है और ऐसे समय जब कई अमेरिकी नागरिक अभी भी रोजगार की तलाश में है, यह अक्षम्य है।’
उन्होंने कहा कि इस सबका पूरी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा। कारोबार बंद करने और वेतन कटौती से लोगों के पास खर्च करने के लिये कम पैसा बचेगा और इसका मतलब होगा कि स्थानीय व्यावसाय में खर्च भी कम होगा।
ओबामा ने इस कटौती पर अपना विरोध जताते हुये कहा,‘इसका मतलब होगा व्यावसायियों का मुनाफा कम होगा। कम लोगों को नौकरी मिलेगी। जितने लंबे समय तक यह कटौती चलती रहेगी उतना ही हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा। यह ऐसा घुन होगा जो कि प्रत्येक बीतते दिन के साथ और नुकसानदायक होगा।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 2, 2013, 16:48