Last Updated: Friday, December 30, 2011, 10:50
मुंबई: शेयर बाजार के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा और शुक्रवार को साल के अंतिम कारोबारी सत्र में बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 89 अंक, जबकि नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 22 अंक टूटकर बंद हुआ। इस साल सेंसेक्स 5,000 अंक से अधिक के नुकसान में रहा।
देश में सूचीबद्ध सभी शेयरों के मूल्य के लिहाज से 2011 के दौरान निवेशकों का कुल धन करीब 19,46,000 करोड़ रुपये नीचे आया। आज, एक बड़े उलटफेर के तहत टीसीएस, आरआईएल को पछाड़कर अव्वल कंपनी बन गई। मुद्रास्फीति में तेजी, रुपया में गिरावट, ऊंची ब्याज दर और आर्थिक सुधार के कदमों को बट्टा लगने से लगातार निवेशकों की धारणा सुस्त बनी हुई है।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स आज 81.09 अंक टूटकर 15,454.92 अंक पर बंद हुआ। चार दिन में सेंसेक्स 515 अंक घट चुका है। साल के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को शेयर बाजार ने निराश किया। बाजार 0.5 फीसदी की गिरावट पर बंद हुए। सेंसेक्स 89 अंक गिरकर 15455 और निफ्टी 22 अंक गिरकर 4624 पर बंद हुए।
हालांकि शुकर्वार को बाजार ने शुरुआत हल्की तेजी के साथ की थी। यूरोपीय बाजार 0.5 फीसदी के साथ खुले। लेकिन, शुरुआती कारोबार में ही यूरोपीय बाजारों ने बढ़त गंवा दी और लाल निशान में चले गए।
यूरोपीय बाजारों के गिरने से घरेलू बाजारों में भी घबराहट फैली और बाजार दिन के निचले स्तरों तक चले गए। सेंसेक्स ने 137 अंकों का गोता लगाया और निफ्टी 4650 के नीचे फिसल गया।
ऑयल एंड गैस शेयरों में 1.5 फीसदी की गिरावट आई। जबकि सरकारी कंपनियों के शेयरों और हेल्थकेयर शेयरों में करीब 1 फीसदी की तेजी आई। तकनीकी, आईटी शेयर करीब 0.5 फीसदी चढ़े।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 30, 2011, 18:15