Last Updated: Friday, April 13, 2012, 12:11
नई दिल्ली : वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि जनवरी के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों में जिस तरह का बढ़ा संशोधन हुआ वह चक्कर में डालने वाला है और उन्होंने संबद्ध अधिकारियों से इस मामले की जांच करने के लिए कहा है।
उल्लेखनीय है कि जनवरी के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) की वृद्धि दर पहले घोषित 6.8 फीसदी से घटाकर 1.1 फीसदी कर दी गई है। मुखर्जी ने इस संबंध में संवाददाताओं से कहा, ‘यदि 0.2 फीसदी के आंकड़े को 0.1 फीसदी आंका जाता है तो इस गलती को मैं समझ सकता हूं लेकिन 6.8 से 1.1 फीसदी होना चक्कर में डालने वाला है।’
उन्होंने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सरकारी आंकड़ों की सच्चाई को चुनौती नहीं मिले। मैंने संबद्ध अधिकारियों से पूछा है कि वे इसकी जांच करें कि ऐसा क्यों हुआ है और भविष्य में वे ज्यादा सतर्क रहें।’
सांख्यिकी एवं योजना कार्यान्वयन मंत्रालय ने कल औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में वृद्धि के जनवरी के आंकड़े को 6.8 फीसदी से संशोधित कर 1.14 फीसदी कर दिया। यह नौबत आलोच्य महीने में चीनी के उत्पादन की गलत प्रविष्टि के कारण बताई गई है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, April 13, 2012, 17:41