Last Updated: Thursday, June 21, 2012, 12:25

कराची : शाहिद अफरीदी के एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेकर टी-ट्वेंटी क्रिकेट पर ध्यान देने के बारे में विचार करने की घोषणा से पाकिस्तान क्रिकेट जगत स्तब्ध है। इससे राष्ट्रीय टीम में पर्दे के पीछे हो रहे खेल पर सवाल उठने लग गए हैं। श्रीलंका से वापस आने के बाद अफरीदी ने यह कहकर सभी को सकते में डाल दिया था कि टी-ट्वेंटी क्रिकेट पर ध्यान देने के लिए एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने की सोच रहे हैं।
हवाई अड्डे पर पत्रकारों से अफरीदी ने कहा, ‘मैं अपने बड़े बुजुर्गों से सलाह लेने के बाद कुछ दिनों में फैसला ले सकता हूं। यदि मैं एकदिवसीय क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा हूं तो मुझे निश्चित ही संन्यास ले लेना चाहिए।’ अफरीदी के मुताबिक उन्हें लगता है कि विश्वकप की तैयारियों के मद्देनजर चयनकर्ताओं को अधिक से अधिक युवाओं को मौका देना चाहिए।
टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके इस आक्रामक खिलाड़ी ने कहा कि श्रीलंका में अपने प्रदर्शन से वे बहुत निराश हैं। क्रिकेट विशेषज्ञ अफरीदी के बयान को अलग तरह से ले रहे हैं। एक विश्लेषक ने कहा, ‘हो सकता है कि अफरीदी को लग गया हो कि कोच डेव वाटमोर युवा खिलाड़ियों को अधिक तरजीह दे रहे हैं और सीनियर खिलाड़ियों को धीरे-धीरे बाहर करना चाहते हों।’ उन्होंने हालांकि साथ ही कहा कि अफरीदी कप्तान पद से हटाए जाने के कारण निराश थे। उन्होंने कहा, ‘श्रीलंका दौरे से पहले टी-ट्वेंटी कप्तान के लिए अपने नाम पर विचार नहीं किए जाने से भी अफरीदी निराश थे।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 21, 2012, 12:25