Last Updated: Sunday, November 25, 2012, 13:46

नई दिल्ली : भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के विवादों से भरे चुनावों में रविवार को तब नाटकीय मोड़ आ गया जब रणधीर सिंह ने घोषणा की कि वह अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन वापस लेंगे।
रणधीर अपना नामांकन वापस लेने के लिए निर्वाचन अधिकारी न्यायाधीश वीके बाली से दोपहर तीन बजे मिलेंगे, जिससे पांच दिसंबर को होने वाले चुनावों में नया मोड़ आ गया है।
रणधीर ने कहा कि उनकी छवि को खराब करने के लिए चलाये जा रहे अभियान से उन्हें दुख होता है और इनके कारण ही वह चुनावों से नाम वापस ले रहे हैं।
उन्होंने कहा,‘आईओए के कुछ लोग मेरी छवि खराब करने और मेरा अपमान करने के लिए अभियान चला रहे हैं। मैं उन्हें बेनकाब कर दूंगा लेकिन मैं इस स्तर तक नहीं गिरना चाहता।’ उन्होंने कहा कि उनके विरोधी यह मुद्दा उठा रहे हैं कि आईओसी का सदस्य चुनाव नहीं लड़ सकता लेकिन आईओए के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो आईओसी सदस्य को चुनाव लड़ने से रोकता हो।
रणधीर ने कहा,‘वे इस तरह के मुद्दे मुझे चुनाव लड़ने से रोकने के लिए उठा रहे हैं। मैं पूर्व निशानेबाज हूं जो देश का प्रतिनिधित्व कर चुका हूं। मैं खेल प्रशासन में काफी लंबे समय से हूं और ऐसे आरोप हैं कि मैं इस पद के लिए बेकरार हूं, ये भी गलत साबित हो जाएंगे।’
उन्होंने कहा,‘भारत में कई लोग हैं जो ऐसे पद हासिल कर सकते हैं और अच्छा काम भी कर सकते हैं।’ रणधीर ने यह भी दावा किया कि अगर वह चुनाव लड़ते तो उनके पास चुनाव जीतने के लिए मतों की संख्या मौजूद है, लेकिन जोर देते हुए कहा कि जो माहौल बनाया गया है उससे और व्यक्तिगत आरोपों के स्तर ने उन्हें नामांकन वापस लेने पर बाध्य किया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 25, 2012, 13:46