Last Updated: Tuesday, April 3, 2012, 13:17
मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने सुझाव दिया है कि दुनिया भर के क्रिकेट बोर्डों को न्यूजीलैंड से सबक लेते हुए इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम तय करने से बचना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान का मानना है कि जितने पैसे की पेशकश की जा रही है उसे देखते हुए खिलाड़ियों के लिए ट्वेंटी20 प्रतियोगिताओं की अनदेखी करना मुश्किल है विशेषकर आईपीएल की।
पोंटिंग ने कहा, आप समझ सकते हैं कि खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को छोड़कर आईपीएल में खेलने का विकल्प चुन रहे हैं।
उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड यहां अच्छा उदाहरण है, जब आईपीएल होता है तो वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का कार्यक्रम नहीं रखते, इसका साफ कारण है कि वे अपने अधिकांश खिलाड़ी आईपीएल को गंवा देंगे और उनके हाथ लगभग खाली रहेंगे।
मुझे लगता है कि यहां कुछ सीखने की जरूरत है। वर्ष 2008 में पहले सत्र में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलने वाले पोंटिंग को इस बात का मलाल है कि वेस्टइंडीज के आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया-वेस्टंडीज टेस्ट श्रृंखला के दौरान मेजबान टीम का हिस्सा नहीं होंगे।
गेल इंडियन प्रीमियर लीग में रायल चैलेंजर्स बेंगलूर का प्रतिनिधित्व करेंगे। पोंटिंग ने कहा, वेस्टइंडीज की टीम को बिना क्रिस गेल में संघर्ष करना पड़ेगा लेकिन यही आधुनिक क्रिकेट है और दुनिया भर में ट्वेंटी20 प्रतियोगिताओं में जितना पैसा लगाया जा रहा है उसे देखते हुए ऐसा और अधिक होगा। जहां तक आईपीएल में माइकल क्लार्क के खेलने का फैसला है तो पोंटिंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा कप्तान ने इस पर काफी सोच विचार करके फैसला किया होगा।
उन्होंने कहा, मुझे पूरा यकीन है कि आईपीएल में खेलने का फैसला करने से पहले उसने सभी चीजों पर गौर किया होगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 3, 2012, 18:47