Last Updated: Thursday, March 22, 2012, 13:38
नई दिल्ली : संन्यास लेने की सलाह देने वाले आलोचकों को करारा जवाब देते हुए भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘मेरे आलोचकों ने मुझे क्रिकेट नहीं सिखाई।’
हाल में 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जमाने का विश्व रिकार्ड अपने नाम करने वाले मास्टर बल्लेबाज का मानना है कि जिस दिन उन्हें लगेगा कि भारत के लिए बल्लेबाजी करने के लिए जाते समय उनके अंदर ‘क्रिकेट के प्रति जुनून’ कम हो रहा है तो ‘‘मैं किकेट छोड़ दूंगा।’ और ‘मेरे आलोचकों को यह कहने (सन्यास लेने की सलाह) की जरूरत नहीं पड़ेगी।’ तेंदुलकर ने कहा कि वे क्रिकेट खेलते हैं क्योंकि उन्हें यह अच्छा लगता है। भारत के लिए खेलने से बेहतर कुछ और नहीं हो सकता।
‘ओपन’ पत्रिका के ताजा संस्करण को दिए इंटरव्यू में तेंदुलकर ने कहा, ‘आज भी जब मैं अपने साथियों के साथ राष्ट्रीय गान के लिए खड़ा होता हूं तो अब भी मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘वे (आलोचना करने वाले) अनेक सवाल उठा सकते हैं लेकिन वे अपने ही खड़े किए गए सवालों का जवाब नहीं दे सकते क्योंकि उनमें से कोई भी मेरी दशा को नहीं समझ पाएगा और यह नामुमकिन है कि वे जान लें कि मैं क्या सोच रहा हूं और कैसा महसूस कर रहा हूं।’
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 22, 2012, 19:08