Last Updated: Wednesday, August 28, 2013, 15:37

नई दिल्ली : कैंसर को मात देकर फिर से क्रिकेट मैदान पर लौटकर लोगों के प्रेरणा बनने वाले युवराज सिंह ने खुलासा किया कि विश्व कप 2011 के दौरान वह इस जानलेवा बीमारी के कारण नहीं बल्कि इस क्रिकेट महाकुंभ में हार को लेकर अधिक डरे हुए थे।
युवराज ने देर रात एक अवॉर्ड सेरेमनी के मौके पर कहा कि विश्व कप के दौरान मेरी खांसी में खून आया था लेकिन मैंने उसे नजरअंदाज कर दिया। विश्व कप में काफी दबाव था और मैं अपने स्वास्थ्य की जांच नहीं कराना चाहता था। मैं अपनी बीमारी से नहीं बल्कि विश्व कप से डरा हुआ था कि अगर हार गये तो क्या होगा।
उन्होंने कहा कि मैं विश्व कप में मैन आफ द टूर्नामेंट बना। वह मेरे करियर का सबसे महत्वपूर्ण क्षण था लेकिन उसके बाद मैंने अपनी जिंदगी का सबसे बुरा दौर भी देखा। वह सबसे बड़ा रोना था। युवराज ने कहा कि उन्हें अपनी क्षमता पर भरोसा है और भारतीय टीम में एक स्थान के लिये कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद वह अपने लिये जगह बनाने में सफल रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह अच्छा है कि युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रतिस्पर्धा कड़ी है लेकिन मुझे अपनी क्षमता पर भरोसा है। मैंने पहले भी खुद को साबित किया है और मुझे विश्वास है कि आने वाले महीनों में भी मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा। ’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 28, 2013, 15:07