Last Updated: Thursday, March 21, 2013, 18:34

नई दिल्ली : वेस्टइंडीज की टीम नवंबर 2011 में जब भारतीय दौरे पर आयी थी तो चयनकर्ताओं ने घरेलू मैचों के फार्म को देखकर अजिंक्य रहाणे को टीम में चुना। तब से भारत ने 16 टेस्ट मैच खेल लिए हैं और रहाणे भी टीम में बने हुए हैं लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में जगह बनाने का मौका नहीं मिला।
मुंबई के इस बल्लेबाज का यह लंबा इंतजार फिरोजशाह कोटला में समाप्त हो सकता है जहां भारत को शुक्रवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा और आखिरी टेस्ट मैच खेलना है। भारत ने हालांकि अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। तेज गेंदबाज इशांत शर्मा से जब पूछा गया कि क्या कोई खिलाड़ी यहां पदार्पण करेगा, उन्होंने कहा, ‘ऐसी तो कोई बात नहीं हुई कि किसका पदार्पण होना है।’
पिछले 16 महीनों से मैदान पर पानी ले जाने की भूमिका निभाने वाले रहाणे ने हालांकि आज बड़ी गंभीरता से अभ्यास किया। उन्होंने लगभग एक घंटा नेट्स पर बिताया तथा तेज और स्पिन गेंदबाजों का डटकर सामना किया। इससे पहले सचिन तेंदुलकर ने भी उन्हें टिप्स दिये। बाद में तेंदुलकर और कोच डंकन फ्लैचर लगभग 15 मिनट तक रहाणे की बल्लेबाजी को गौर से देखते रहे। इस बीच दोनों ने आपस में कुछ बात भी की।
रहाणे ने अपना पिछला मैच ईरानी ट्राफी के रूप में मुंबई की तरफ शेष भारत के खिलाफ खेला था। इस मैच में उन्होंने 83 और 25 रन बनाए थे। उन्होंने अब तक 60 प्रथम श्रेणी मैचों में 62.04 की शानदार औसत से 5460 रन बनाए हैं जिसमें दो शतक शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 21, 2013, 18:34