कोटला में भारत-इंग्लैंड की भिड़ंत - Zee News हिंदी

कोटला में भारत-इंग्लैंड की भिड़ंत



नई दिल्ली : पिछले चार महीने में पहली जीत दर्ज करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम सोमवार को दूसरे एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में इंग्लैंड से फिरोजशाह कोटला में भिड़ेगी। इस मैदान की परिस्थितियों का फायदा उठाकर भारत इंग्लैंड से बदले की सीरीज के अपने अभियान को नए मुकाम पर पहुंचाने की कोशिश करेगा।

 

भारत ने हैदराबाद में पहले मैच में 126 रन से जोरदार जीत दर्ज की थी। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली युवा भारतीय टीम ने इंग्लैंड के हाथों उसकी सरजमीं पर टेस्ट और वनडे की करारी हार का बदला चुकता करने की नींव रख दी है। कप्तान धोनी को भी विश्वास है कि लगातार पांच वनडे गंवाने के बाद हैदराबाद में मिली जीत टीम के लिये टॉनिक का काम करेगी।

 

उन्होंने कहा, ‘मुझे बदला शब्द काफी कड़ा लगता है, लेकिन हमारे कुछ खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।’ इंग्लैंड की टीम एक सप्ताह से अधिक समय भारत में बिताने के बाद भी लगता है कि परिस्थितियों से तालमेल नहीं बिठा पा रही है।   कोटला की पिच पर गेंद कुछ नीचे रहती है। ऐसे में इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिये रविचंद्रन अश्विन और रविंदर जडेजा की फिरकी को खेलना आसान नहीं होगा।

 

कोटला की पिच को स्पिनरों के लिये भी मुफीद माना जाता है। इस साल विश्व कप के जो चार मैच यहां खेले गये थे उनमें स्पिनर ही हावी रहे थे। कोटला में अब तक खेले गये 19 वनडे मैचों में टॉस जीतने वाली टीम केवल सात बार विजेता रही है लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में इसके महत्व को नकारा नहीं जा सकता।

 

सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग की अनुपस्थिति में भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का लचर प्रदर्शन धोनी को परेशान कर सकता है। भारत ने हैदराबाद में भी चोटी के चार विकेट 123 रन पर गंवा दिये थे। गौतम गंभीर और विराट कोहली भी पिछले मैच की असफलता का हिसाब अपने घरेलू मैदान पर पूरा करना चाहेंगे जो अब तक उनके लिये भाग्यशाली नहीं रहा है।

 

गेंदबाजी में उमेश यादव का अच्छा प्रदर्शन भारत के लिये अच्छा संकेत है लेकिन अब भी टीम की निगाह प्रवीण कुमार और दोनों स्पिनरों पर ही टिकी रहेंगी। भारत शायद अपनी विजयी टीम में कोई बदलाव नहीं करेगा। इंग्लैंड में कप्तान कुक को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज पहले मैच में नहीं चल पाया। स्पिनरों से पार पाने के लिये उसे केविन पीटरसन और रवि बोपारा पर अधिक निर्भर रहना होगा जो भारतीय पिचों से अधिक वाकिफ हैं। यदि पिच स्पिनरों के अनुकूल होती है तो इंग्लैंड लेग स्पिनर स्काट बोर्थविक को भी मौका दे सकता है।

 

कोटला में यह 20वां वन डे मैच खेला जाएगा। भारत ने अब तक यहां 15 मैच खेले हैं जिसमें से नौ में उसे जीत और पांच में हार मिली है। भारत ने विश्व कप में हालैंड को इस मैदान पर पांच विकेट से हराया था और उसने पिछले छह साल से यहां कोई मैच नहीं गंवाया है। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 17, 2011, 09:53

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