Last Updated: Sunday, December 9, 2012, 19:20

कोलकाता : इंग्लैंड के हाथों घरेलू सरजमीं पर लगातार दो टेस्ट में हार से ना सिर्फ भारतीय क्रिकेट टीम की कमियां उजागर हुई हैं बल्कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की नेतृत्व क्षमता और बल्लेबाजी फॉर्म पर भी सवाल उठाने लगे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ अब तक किस्मत ने भी धोनी का साथ नहीं दिया है।
अपनी कप्तानी में टीम को 2007 टी20 विश्व कप जिताने के बाद से ही धोनी को ‘कैप्टन कूल’ की उपमा मिली थी लेकिन पिछले कुछ साल में टेस्ट मैचों में खराब नतीजों के बाद उनकी लोकप्रियता कम हुई है।
इंग्लैंड के हाथों मौजूदा घरेलू श्रृंखला में लगातार दो शिकस्त से राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे मध्यक्रम के दो धाकड़ बल्लेबाजों के संन्यास के बाद भारतीय बल्लेबाजी की कमजोरियां भी उजागर हुई हैं।
सचिन तेंदुलकर की खराब फार्म से भी भारत की मुश्किलें बढ़ी हैं जबकि अन्य अनुभवी बल्लेबाज भी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। धोनी ने ऐसे में सार्वजनिक तौर पर ऐसे विकेट बनाने की मांग कर डाली जो पहले दिन से ही स्पिन के अनुकूल हों लेकिन उनकी यह मांग भी उलट पड़ गई क्योंकि इंग्लैंड की तैयारी बेहतर थी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 9, 2012, 19:20