Last Updated: Thursday, July 12, 2012, 14:02

नई दिल्ली : क्रिकेट के मैदान पर दूसरी पारी खेलने को तैयार विश्व कप के मैन आफ द टूर्नामेंट युवराज सिंह अब प्रदर्शन के बारे में ज्यादा नहीं सोचते। कैंसर से जंग जीतने के बाद इस जुझारू खिलाड़ी का जिंदगी और क्रिकेट के प्रति नजरिया अब बदल गया है।
भारत को 28 बरस बाद विश्व कप दिलाने वाले युवराज खुद इस बदलाव को स्वीकार करते हैं। उन्होंने बातचीत में कहा कि अब मैं यह नहीं सोचता कि क्रिकेट में मेरी दूसरी पारी कैसी होगी। खेल के प्रति मेरा नजरिया बदल गया है। जिस दिन मैं भारत की जर्सी फिर पहनकर मैदान पर लौटूंगा, वह दिन मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा दिन होगा।
विश्व कप 2011 के मैन आफ द टूर्नामेंट रहे युवराज ने कहा कि मैं अब अपने प्रदर्शन के बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मैं अच्छा खेलना चाहता हूं लेकिन भविष्य में जो होगा, उसके बारे में अब सोचता नहीं। कुछ महीने पहले व्हीलचेयर का सहारा लेने वाले इस जुझारू खिलाड़ी ने पिछले दिनों बेंगलूर में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी पर नेट पर वापसी की । नेट पर बिताये पहले दिन को लेकर वह काफी भावुक हो गए।
युवराज ने कहा कि किसी ने सोचा नहीं था कि मैं एक दिन क्रिकेट के मैदान पर लौटूंगा । जिस दिन बेंगलूर में नेट पर मैने पहले दिन अ5यास किया, शाट लगाये, मैं बता नहीं सकता कि कैसा महसूस कर रहा था । व्हीलचेयर से मैदान पर जाना मेरे लिये बड़ी उपलब्धि थी। चार से छह महीने मैं बिस्तर पर रहा हूं और मैं ही जानता हूं कि मैदान पर जाकर कैसा महसूस हुआ। छह महीने बाद नेट पर लौटे युवराज ने बताया कि नेट पर शुरूआत में वह डर जाते थे कि गेंद से चोट ना लग जाए।
उन्होंने कहा कि इस घबराहट को निकालने में उन्हें थोड़ा समय लगेगा। नेट पर अपने अनुभव के बारे में उन्होंने कहा कि पहले कुछ दिन मांसपेशियों में काफी दर्द रहा। मेरा शरीर अभी 55 प्रतिशत तैयार है। मैं गेंद को अच्छी तरह पीट रहा हूं, कैचिंग और गेंदबाजी भी दुरुस्तश है। आंख और हाथ का तालमेल अच्छा है हालांकि पैरों की मूवमेंट अभी धीमी है। उन्होंने कहा कि अच्छा बदलाव यह आया है कि अब मैं थकता नहीं। उम्मीद है कि दो महीने बाद टी20 विश्व कप के जरिये फिर से मैदान पर लौट सकूंगा । भारत के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षकों में शुमार रहे युवराज रोजाना पांच से छह घंटे अभ्यारस कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि उनका फोकस स्टेमिना पहले की तरह बनाने पर है। यह पूछने पर कि अपने खेल में वह क्या बदलाव महसूस कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
उन्होंने कहा कि अभी मैं बता नहीं सकता कि मैं किस तरह खेलूंगा । समान परिस्थितियों में कैसा प्रदर्शन करूंगा । अभी इस बारे में कहना जल्दबाजी होगा। मैं खुद नहीं जानता। वापसी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि टी20 विश्व कप यथार्थवादी लक्ष्य है। उससे पहले हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टी20 मैच होने हैं और मैं चाहता हूं कि उनमें खेलूं। सीधे सितंबर में विश्व कप खेलने से पहले ये दो मैच खेलना बेहतर होगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 12, 2012, 14:02