Last Updated: Sunday, November 25, 2012, 21:16

मुंबई : भारत भले ही इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में हार की स्थिति में पहुंच गया है लेकिन सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को अब भी चमत्कार की उम्मीद है। गंभीर अभी एक छोर पर टिके हुए हैं। वह नाबाद 53 रन बनाकर खेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी भारत इस तरह की परिस्थितियों से बाहर निकला है। उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी मैदान पर 2004 में खेले गए टेस्ट मैच को याद किया जिसमें भारत ने मेहमान टीम को 111 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 93 रन पर ढेर कर दिया था।
गंभीर ने कहा,‘चमत्कार होते रहते हैं। हालात एकदम से बदल जाते हैं। यदि हम अच्छा स्कोर बना लेते हैं तो कुछ भी हो सकता है। आपको यहां उस टेस्ट मैच की याद होगी जिसमें आस्ट्रेलिया 70 या 80 रन पर आउट हो गया था। वह मेरा पहला टेस्ट मैच था।’
उन्होंने कहा, ‘कल हम प्रयास करेंगे तथा सकारात्मक बात यह है कि हमारे तीन विकेट बचे हुए हैं। यदि हमारी एक साझेदारी हो जाती है और हम उन्हें 120-130 रन का लक्ष्य देते हैं तो मैच जीवंत बन जाएगा। यदि हमारा स्कोर सात विकेट पर 113 रन हो सकता है तो हम उन्हें भी आल आउट कर सकते हैं। वे भी ये रन बनाने के लिए संघर्ष करेंगे।
महत्वपूर्ण यह है कि हमें गेंदबाजों के बचाव के लिए अच्छा स्कोर देना होगा।’
गंभीर जिस मैच की बात कर रहे हैं उसमें इस मैच में खेल रहे भारत की तीन स्पिनरों में से एक हरभजन सिंह ने पांच जबकि बाएं हाथ के स्पिनर मुरली कार्तिक ने तीन विकेट लिए थे। भारत ने पहली पारी में 99 रन से पिछड़ने के बाद यह मैच जीता था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 25, 2012, 21:16