Last Updated: Monday, July 9, 2012, 16:25
नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में स्थानीय लीग में खेलने वाले 27 वर्षीय फुटबालर महेश थापा की गोलकीपर से टकराने के कुछ देर बाद ही मौत हो गयी। थापा को पहले जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें आईसीयू में भर्ती नहीं कराया जा सका क्योंकि वहां कोई भी बिस्तर खाली नहीं था। इसके बाद उन्हें निजी नर्सिंग होम मरीना ले जाया गया दुर्भाग्य से वहां का आईसीयू भी भरा हुआ था। पता चला है कि थापा को जब एक अन्य निजी नर्सिंग होम टच में ले जाया जा रहा था तभी उनकी सांस चलनी बंद हो गयी थी। इसके बाद उन्हें फिर से सदर अस्पताल लाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। जिला खेल संघ के संयुक्त सचिव भोला मंडल ने पीटीआई से कहा कि खिलाड़ी को घटना के तुरंत बाद एम्बुलेन्स में अस्पताल ले जाया गया था।
उन्होंने कहा, ‘ खिलाड़ी को अस्पताल ले जाने में कोई देरी नहीं की गयी। पहले दो अस्पतालों में बिस्तर खाली नहीं था और हमें इंतजार करने के लिये कहा गया लेकिन खिलाड़ी की स्थिति काफी खराब थी और हम देर नहीं कर सकते थे। ’ रायकातपारा खेल संघ से जुड़े थापा टोरालपारा टीम की तरफ से भानू नगर टीम के खिलाफ खेल रहे थे।
सूत्रों के अनुसार थापा के करीबी लोगों ने बताया कि वह लंबे समय से खेल रहे थे और उनमें कोई बुरी आदत नहीं थी। इस घटना से चार महीने पहले ही बेंगलुरु के फुटबालर वेंकटेश की मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी थी। वेंकटेश को मूलभूत चिकित्सीय सुविधाएं नहीं होने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी थी। वर्ष 2004 में डेम्पो के ब्राजीली स्ट्राइकर क्रिस्टियानो जूनियर मोहन बागान के गोलकीपर सुब्रत पाल से टकराने के कारण मैदान पर गिर गये थे और उनकी वहीं पर मौत हो गयी थी। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 9, 2012, 16:25