Last Updated: Sunday, August 12, 2012, 17:12
नई दिल्ली : बैडमिंटन में चीनी दबदबे को चुनौती देने वाली एकमात्र भारतीय सायना नेहवाल उम्मीद लगाए हैं कि उनका लंदन ओलंपिक का कांस्य पदक कम से कम आधा दर्जन खिलाड़ियों को उनके साथ शीर्ष स्तर पर पहुंचने और पारपंरिक पावरहाउस को चुनौती देने के लिए प्रेरित करेगा।
सायना ने कहा, मैं भारत से ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को शीर्ष स्तर पर देखना चाहती हूं क्योंकि मैं चीन की तरह ही ऐसा चाहती हूं, जहां पांच-छह खिलाड़ियों ने दबदबा बनाया हुआ है।
उन्होंने कहा, मैं भारत में भी ऐसा ही कुछ चाहती हूं। कभी कभार हम 11 चीनी खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते हैं, उन्हें एक रणनीति के हिसाब से खेलना होता है लेकिन मुझे उन सभी के लिए रणनीति बनानी होती है।
इस 22 वर्षीया खिलाड़ी ने पिछले हफ्ते वेम्बले एरिना में कांस्य पदक से भारत को बैडमिंटन में पहला ओलंपिक पदक दिलाया। लेकिन चार साल पहले बीजिंग ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में मिली हार, उन्हें अब भी खटकती है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 12, 2012, 17:12