Last Updated: Tuesday, March 5, 2013, 14:41

हैदराबाद : जब भी अरविंदर पुजारा अपने बेटे चेतेश्वर को टेस्ट मैचों में बल्लेबाजी करते हुए देखते हैं तो अपने बेटे को दिलोजान से चाहने वाला यह पिता कोच बन जाता है। चेतेश्वर ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां दूसरे टेस्ट मैच में दोहरा शतक जमाया। उनके पिता इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं।
सीनियर पुजारा ने राजकोट में अपने आवास से कहा, ‘‘आस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक हमेशा विशेष उपलब्धि होती है। लेकिन मैं चेतेश्वर से कहूंगा कि उसे हुक शाट खेलने से बचना चाहिए। वह मुझसे कहेगा कि यह स्कोरिंग शाट है लेकिन मेरा मानना है कि यह जोखिम भरा है। वह हुक शाट खेलकर आउट हो रहा है। ’’ फिर उनके हिसाब से उनके बेटे को कौन से शाट खेलने चाहिए, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘ जब वह ‘वी’ आकार देकर खेलता है तो वह बेहतरीन बल्लेबाज नजर आता है। उसे गैरपरंपरागत शाट खेलने की जरूरत नहीं है। वह स्ट्रेट ड्राइव, कवर ड्राइव और आन ड्राइव खेलकर ढेरों रन जुटा सकता है। वह बल्ले को इस कोण पर लाकर दिन भर खेल सकता है और उसे ऐसा ही करना चाहिए। ’’ बासठ वर्षीय अरविंद ने सौराष्ट्र की तरफ से छह प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं लेकिन उनका बेटा इससे काफी आगे निकलकर टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाला दूसरा भारतीय बन गया।
उन्होंने कहा, ‘‘चेतेश्वर को जो चीज खास बनाती है वह उनकी बड़े शतक लगाने की भूख। यदि वह शतक बनाकर नाबाद है तो वह यह सुनिश्चित करना चाहता है कि अगले दिन भी वह अच्छा खेलना जारी रखे। इसलिए उसने प्रथम श्रेणी मैचों में इतने अधिक दोहरे और तिहरे शतक लगाये हैं। अब वह टेस्ट मैचों में भी ऐसी फार्म दिखा रहा है। मुझे उम्मीद है कि वह लगातार ऐसा प्रदर्शन करेगा।’’ अधिकतर लोगों का मानना है कि चेतेश्वर की असली परीक्षा इस साल के आखिर में दक्षिण अफ्रीका में होगी लेकिन उनके पिता को विश्वास है उनका बेटा वहां भी अच्छा प्रदर्शन करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘वह दक्षिण अफ्रीका में पिछली टेस्ट श्रृंखला में भी खेला है ओर उसे वहां की उछाल वाली पिचों का आइडिया है।’’ अरविंद पुजारा से पूछा गया कि वह अपने बेटे का खेल देखने के लिये स्टेडियम में क्यों नहीं आते, उन्होंने कहा, ‘‘चेतेश्वर की मां का 2005 में निधन हो गया था और हम केवल दो व्यक्ति थे। इसलिए मुझे घर देखना पड़ता है। मैं घर नहीं छोड़ सकता है। लेकिन अब पूजा (चेतेश्वर की पत्नी) उसके साथ दौरों पर जाएगी।’’ पुजारा ने शादी के बाद दोहरा शतक जमाया।
इस बारे में उनके पिता ने कहा, ‘‘उसकी पत्नी निश्चित तौर पर उसके लिये भाग्यशाली साबित हुई है लेकिन मैं इसे दूसरे नजरिये से देखता हूं। मेरी पत्नी के निधन के बाद चेतेश्वर भावनात्मक कमी महसूस कर रहा था। अब पूजा उसकी जिंदगी में आ गयी है और उसे कोई ऐसा मिल गया है जिससे वह अपनी दिल की बात कह सकता है।’’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 5, 2013, 14:41