चोट से उबर चुनौती पेश करने को तैयार सुशील

चोट से उबर चुनौती पेश करने को तैयार सुशील

चोट से उबर चुनौती पेश करने को तैयार सुशीलइंदौर : ओलंपिक खेलों की व्यक्तिगत स्पर्धाओं में लगातार दो बार पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी और विश्व चैम्पियन पहलवान सुशील कुमार कंधे की मांसपेशी की चोट से उबर चुके हैं। अब वह हंगरी में सितंबर में होने वाली विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप समेत आगामी प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखाने को तैयार हैं।

सुशील ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘कंधे की मांसपेशी की मेरी चोट अब ठीक हो चुकी है और मैं देश के लिये फिर कुछ कर दिखाना चाहता हूं। अगर मुझे आगामी प्रतियोगिताओं में देश की नुमाइंदगी का मौका मिलेगा, तो मैं सकारात्मक परिणाम दूंगा।’ इस 29 वर्षीय विश्व चैम्पियन ने कहा कि कंधे की चोट के बावजूद उन्होंने अपना प्रशिक्षण बंद नहीं किया था। हालांकि, इस चोट के चलते उनके प्रशिक्षण का स्वरूप जरूर बदल दिया गया था।

उन्होंने बताया कि फिलहाल उनकी निगाहें हंगरी में सितंबर में होने वाली विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप पर टिकी हैं और वह इस स्पर्धा में हिस्सेदारी की तैयारियों में जुटे हैं।

सुशील कंधे की चोट के चलते अप्रैल में दिल्ली में आयोजित सीनियर एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले सके थे। उन्होंने पिछले साल अगस्त में लंदन ओलंपिक के बाद से किसी बड़े टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया है। क्या सरबजीत मसले के चलते भारत को पाकिस्तान के साथ कुश्ती के संबंध तोड़ लेने चाहिये, इस सवाल का सुशील ने सीधा जवाब नहीं दिया लेकिन कहा, ‘जब बात देश की हो, तो लोगों को देश के हित में ही सोचना चाहिये। फिर चाहे वह खेल का संदर्भ हो अथवा सियासत या सेना का मामला हो।’

सुशील ने यहां फरवरी में खुलासा किया था कि वह मध्यप्रदेश में कुश्ती की अकादमी खोलने की योजना पर काम कर रहे हैं। इस योजना की प्रगति के बारे में पूछे जाने पर विश्व चैम्पियन ने बताया कि वह सात मई को फिर मध्यप्रदेश दौरे पर आ रहे हैं और इस दौरान राज्य सरकार के नुमाइंदों से अपनी प्रस्तावित कुश्ती अकादमी को लेकर बातचीत को आगे बढ़ायेंगे।

सुशील ने वर्ष 2012 के दौरान लंदन में आयोजित ओलंपिक खेलों की कुश्ती प्रतियोगिता के 66 किलोग्राम वजन वर्ग में रजत और इससे पहले वर्ष 2008 के बीजिंग ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीता था। (एजेंसी)

First Published: Sunday, May 5, 2013, 19:10

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