Last Updated: Thursday, December 8, 2011, 10:25
प्रमोद राघवनब्यूरो चीफ, ज़ी न्यूज ब्यूरो, बेंगलूर बेंगलूर: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को साथी मिल गया है। भारतीय क्रिकेट टीम के इस नए चेहरे का नाम है राघवेन्द्र एम देवगी। बहुत कम लोगो को यह पता होगा कि खुद सचिन तेंदुलकर , राहुल द्रविड , वीवीएस लक्ष्मण और वीरेन्द्र सहवाग ने बीसीसीआई को इस साथी को अपने साथ ऑस्ट्रेलिया भेजने की बात कही और बीसीसीआई ने मान भी ली ।
टीम इंडिया टुकड़ों मे ऑस्ट्रेलिया जा रही है और राघवेन्द्र सचिन तेदुंलकर सहित दूसरे सीनियर खिलाडियो के साथ ऑस्ट्रेलिया रवाना हो चुका है ।
कर्नाटक के लिए राघवेन्द्र का नाम नया नही है। प्यार से लोग कर्नाटक में राघवेन्द्र को रघु बुलाते है । रघु एनसीए से जुडा है और ए लेवल का कोर्स भी कर चुका है । एक स्कूल टीचर के बेटे रघु को 14 साल की उम्र् में क्रिकेट के जुनून की वजह से स्कूल से निकाल दिया गया था क्योकि पढाई में वह बिल्कुल ध्यान नही देता था। बस फिर क्या था यही रघु ने ठाना कि वो क्रिकेट मे ही कुछ करेगा । फिर कर्नाटक से रघु मुंबई पहुंचा। रमाकांत आचरेकर क्रिकेट ऐकेडमी में कुछ समय तक ट्रेनिग ली जिसके बाद वह वापस हुबली पहुंचा लेकिन किस्मत ने एक बार फिर उसका साथ छोड़ दिया। इस बार रघु के दाहिने हाथ मे चोट लग गई जिसके बाद उसे कई दिनो तक क्रिकेट से दूरी बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा ।
रघु के कुछ करीबी दोस्तों के कहने पर रघु बेंगलूर आ गया और कर्नाटक इस्टीट्यूट ऑफ क्रिकेट मे बॉल ब्वाय बन गया । कर्नाटक रणजी खिलाडियो के साथ रघु को वेंकटेश प्रसाद ने देखा। वेंकटेश प्रसाद की मदद से रघु कर्नाटक क्रिकेट ऐसोसिएशन से जुड गया ।
कुछ समय बाद रघु एनसीए से भी रघु जुड गया जहां पर उसकी मेहनत और क्रिकेट के प्रति लगन एनसीए आने वाले क्रिकटरो को नजर आई। युवराज सिंह, सचिन और हरभजन सिंह रघु के फैन हैं क्योंकि वह हर छोटी से छोटी चीज का ख्याल रखता है। उसकी कुछ खासियतों की वजह से ही टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाजों ने उसके रखे जाने की वकालत की। अब वह सबकी जरूरतों का ख्याल रखता है और सबका मददगार बन चुका है। भारतीय क्रिकेट टीम के कई खिलाड़ियों के फैंस है लेकिन रघु के फैंस टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी है।
First Published: Thursday, December 8, 2011, 16:01