‘टेस्ट में जीत की राह पर लौटेगी टीम इंडिया’

‘टेस्ट में जीत की राह पर लौटेगी टीम इंडिया’


नई दिल्ली : श्रीलंका दौरे से ब्रेक लेने वाले चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अगले महीने शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला की तैयारी शुरू कर दी है और उनका मानना है कि टीम इंडिया टेस्ट में जीत की राह पर लौटेगी। पिछले साल इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया से हारी भारतीय टीम इन्हीं प्रतिद्वंद्वियों से इस साल भी खेलेगी। तेंदुलकर ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि यह बदले की श्रृंखलायें होंगी।

उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह बदले की श्रृंखला होगी । हम हर मैच जीतना चाहते हैं लेकिन यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अस्सी के दशक में वेस्टइंडीज और नब्बे से 2005 तक आस्ट्रेलिया चैम्पियन टीम थी लेकिन एक दौर के बाद उनका प्रदर्शन ग्राफ गिर गया।

पिछले साल इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया का दौरा कठिन था लेकिन यह कहना गलत होगा कि हम घर पर शेर है और विदेश में अच्छा नहीं खेलते । हमने पहले भी विदेश में जीत दर्ज की है । हमने गलतियां की जिन्हें अब नहीं दोहराएंगे। तेंदुलकर ने कहा कि अगला सत्र व्यस्त होगा जिसकी तैयारी उन्होंने शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि यह बड़ा सत्र है। मैं 23 अगस्त का बेताबी से इंतजार कर रहा हूं जब न्यूजीलैंड से पहला टेस्ट खेलना है । मैने तैयारी शुरू कर दी है।

श्रीलंका दौरे से ब्रेक के बारे में उन्होंने कहा कि 10 जून से जुलाई तक का समय ही पूरे साल में मुझे परिवार के साथ बिताने को मिलता है। बच्चों की भी गर्मियों की छुट्टियां होती है। मैने बीसीसीआई से अनुरोध किया था कि श्रीलंका दौरे पर नहीं जाने की अनुमति दे जो उन्होंने मान लिया। अब बच्चों की छुट्टियां खत्म हो गई है तो मैं मैदान पर लौट आया हूं। सौ अंतरराष्ट्रीय शतक बना चुके तेंदुलकर प्रेरणा का अभाव महसूस नहीं करते। उन्होंने कहा कि पिछली श्रृंखला का नतीजा या सामने कौन सी टीम है, यह मायने नहीं रखता । देश के लिये खेलते समय फख्र महसूस करने की बात है। यह सौ शतकों की भी बात नहीं है क्योंकि मैं कभी रिकार्ड के लिये नहीं खेलता। मैं खेल का मजा लेता हूं जो मुझे अभी भी मिल रहा है। तेंदुलकर ने कहा कि जब तक मुझे खेल में मजा आएगा, मैं खेलूंगा। जब मुझे लगेगा कि अब मुझे मजा नहीं आ रहा तो मैं संन्यास के बारे में सोचूंगा।

अपने अजरुन तेंदुलकर के साथ खेलने की संभावना को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि मैने कभी अजरुन के साथ खेलने के बारे में नहीं सोचा । हमने बीकेसी बांद्रा पर साथ खेला था जब मैं नेट पर अभ्यास कर रहा था और मैने उसकी तकनीक का टेस्ट लेने का सोचा। हम नुमाइशी मैच साथ खेल सकते हैं। वह अभी सिर्फ 12 साल का है और क्रिकेट का दीवाना है। मैं उस पर कभी किसी बात के लिये दबाव नहीं डालूंगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, July 28, 2012, 00:21

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