Last Updated: Monday, July 1, 2013, 12:01

किंग्सटन : भारत के कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली ने स्वीकार किया कि वेस्टइंडीज के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला के रोमांचक मैच में तनाव भरे क्षणों में नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बड़ी कमी खली। वेस्टइंडीज ने यह मैच एक विकेट से जीता। धोनी बल्लेबाजी के दौरान ऐंठन और मांसपेशियों में खिंचाव से परेशान रहे थे और जब कैरेबियाई टीम 230 रन का लक्ष्य हासिल करने के लिये उतरी तो भारतीय कप्तान क्षेत्ररक्षण के लिये नहीं आये।
कोहली ने मैच के बाद कहा, कभी ऐसा समय आता है जब आप दबाव में होते हो और आपको उसकी (धोनी) कमी खलती है तो क्योंकि वह दबाव में भी शांत बना रहता है। कोहली ने कहा कि जब वेस्टइंडीज बल्लेबाजी कर रहा था तो विकेट के मिजाज में काफी बदलाव आ गया था। उन्होंने कहा, विकेट दूसरी पारी में जिस तरह से खेल रहा था उसे देखते हुए हमारा स्कोर पर्याप्त नहीं था। सुबह विकेट का मिजाज पूरी तरह से भिन्न था। इसमें नमी थी लेकिन बाद में यह बल्लेबाजी के लिये बेहतर बन गया। कोहली ने टीम को मैच में बनाये रखने के लिये गेंदबाजों की तारीफ की लेकिन उन्हें लगता कि भाग्य ने साथ नहीं दिया क्योंकि क्षेत्ररक्षकों ने कुछ कैच छोड़े। उन्होंने कहा, हमने अधिक से अधिक विकेट लेने की कोशिश की। एक दो अवसरों पर बल्ले का किनारा लेकर गयी गेंद यदि कैच कर ली जाती तो अंतर पैदा हो सकता था।
वेस्टइंडीज के कार्यवाहक कप्तान कीरोन पोलार्ड जिस तरह से अंतिम क्षणों में मैच तनावपूर्ण स्थितियों में पहुंचा, उससे खुश नहीं थे। उन्होंने कहा, हमें इस तरह की परिस्थितियों से निबटने का रास्ता ढूंढना होगा लेकिन आखिर में हमें जीत मिली। इस तरह की जीत से टीम में एकजुटता बढ़ती है। पोलार्ड ने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य दो जीत के साथ त्रिनिदाद जाना था और उन्हें खुशी है कि टीम इसे हासिल करने में सफल रही। उन्होंने कहा, हम दो जीत के साथ त्रिनिदाद जाना चाहते थे। यह मायने नहीं रखता कि हमने इन्हें किस तरह से हासिल किया। हमने जीत दर्ज की। हमें अब अति आत्मविश्वास से बचना होगा और इस तरह के मैच आसानी से जीतने चाहिए। दर्शकों के सहयोग के लिये शुक्रिया। पोलार्ड ने कहा, ड्वेन ब्रावो एहतियात के तौर पर इस मैच में नहीं खेले। हमें अब पाकिस्तान से श्रृंखला खेलनी है। उम्मीद है कि वह त्रिनिदाद में टीम की अगुवाई करने के लिये तैयार रहेगा। जहां तक रवि रामपाल का सवाल है तो मैं उसकी फिटनेस को लेकर सुनिश्चित नहीं हूं।
मैन ऑफ द मैच जानसन चार्ल्स ने खुशी जतायी कि श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच में जूझने के बाद वह 97 रन की आकर्षक पारी खेलने में सफल रहे। उन्होंने कहा, यह अच्छी पारी थी क्योंकि पहले मैच में मैं रन बनाने के लिये थोड़ा जूझ रहा था। मैं और डेरेन ब्रावो हमेशा अच्छी साझेदारी करते रहे हैं। मुझे उसके साथ बल्लेबाजी करने में मजा आता है। इस 24 वर्षीय सलामी बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि दूसरी पारी में पिच बल्लेबाजी के अनुकूल बन गयी थी। उन्होंने कहा, विकेट में थोड़ा सुधार हो गया था और यह सपाट हो गया था। यह बल्लेबाजी के लिये आसान हो गयी थी। मैं शतक जड़कर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाना चाहता था। ऐसा नहीं कर पाने के कारण मैं थोड़ा निराश हूं। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 1, 2013, 11:40