Last Updated: Saturday, March 16, 2013, 20:15

मोहाली : शिखर धवन ने अपने पदार्पण क्रिकेट टेस्ट में आस्ट्रेलिया के खिलाफ शनिवार को यहां 168 गेंद में नाबाद 185 रन की पारी कई रिकार्ड धवस्त किए।
तीसरे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन धवन ने टेस्ट क्रिकेट के 136 बरस के इतिहास में पदार्पण मैच में सबसे तेज शतक जमाया। धवन ने सिर्फ 85 गेंद में यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने वेस्टइंडीज के ड्वेन स्मिथ को पीछे छोड़ा जिन्होंने 2004 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सिर्फ 93 गेंद में शतक जड़ा था।
धवन हालांकि सबसे तेज शतक के भारतीय रिकार्ड को तोड़ने से चूक गए जो पूर्व कप्तान कपिल देव के नाम दर्ज था। कपिल ने सिर्फ 74 गेंद में शतक बनाया था जो भारतीय रिकार्ड है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज शतक का रिकार्ड वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्डस के नाम पर है जिन्होंने सिर्फ 56 गेंद में सैकड़ा जड़ा था।
दिल्ली का यह बल्लेबाज साथ ही पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ने वाला पहला भारतीय सलामी बल्लेबाज भी बना। उनसे पहले पदार्पण टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के रूप में सर्वोच्च स्कोर केसी इब्राहिम के नाम दर्ज था जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1948 में फिरोजशाह कोटला मैदान पर 85 रन की पारी खेली थी।
धवन के पास इसके अलावा अपने पहले टेस्ट में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने वाला बल्लेबाज बनने का मौका भी है। वह 200 रन के आंकड़े से 15 रन दूर है जबकि उन्होंने अब तक 168 गेंद का सामना किया है। अब तक का उनका स्ट्राइक रेट पदार्पण टेस्ट में किसी भी बल्लेबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। टेस्ट पदार्पण में सर्वोच्च स्कोर के मामले में धवन अभी छठे स्थान पर है। रिकार्ड इंग्लैंड के टिप फोस्टर के नाम दर्ज है जिन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 1903 में 287 रन की पारी खेली थी।
इस बीच में धवन से आगे चार अन्य खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के जैक रूडोल्फ (नाबाद 222), लारेंस रोव (214), न्यूजीलैंड के मैथ्यू सिंक्लेयर (214) और श्रीलंका के ब्रैंडन कुरुप्पू (नाबाद 201) हैं।
कुरुप्पू का दोहरा शतक सबसे धीमा था और उन्होंने 777 मिनट में यह पारी खेली। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 16, 2013, 20:15