Last Updated: Tuesday, October 9, 2012, 15:08
नई दिल्ली : प्रादेशिक सेना में मानद् लेफ्टिनेंट कर्नल भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मंगलवार को इसकी सालाना परेड में हिस्सा नहीं लिया। इससे फिर बहस शुरू हो गई है कि मशहूर हस्तियों को ये रैंक दिये जाने भी चाहिये या नहीं।
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने मानद् ग्रुप कप्तान सचिन तेंदुलकर और धोनी द्वारा सुखोई विमान में उड़ान भरने के प्रस्ताव के लिये समय नहीं निकाल पाने पर नाराजगी जताई थी। वायुसेना ने कल कहा था कि दोनों निकट भविष्य में किसी लड़ाकू विमान की सवारी नहीं कर सकेंगे क्योंकि वायुसेना काफी व्यस्त है।
धोनी को पिछले साल नवंबर में मानद् लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी जबकि तेंदुलकर को सितंबर 2010 में वायुसेना का मानद् ग्रुप कप्तान बनाया गया था। रक्षामंत्री एके एंटनी से सेना के प्रति धोनी जैसी हस्तियों की प्रतिबद्धता के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि उनमें से अधिकांश प्रादेशिक सेना बटालियनों को अपना समय और ऊर्जा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। सचिन पायलट ताजा उदाहरण है और मैने कपिल देव को भी देखा। हम हर किसी को शामिल नहीं कर रहे। काफी सोच समझकर ही चुनाव किया जाता है। धोनी और तेंदुलकर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं कह रहा हूं कि अधिकांश हस्तियां सक्रिय है। मैने आज भी कपिल देव को देखा। आप उन्हें क्यो नहीं देखते। मेजर सुनील सावंत, ब्रिगेडियर केपी सिंह देव जैसे कई लोग आए हैं। उन्हें क्यो भूल जाते हैं।
एंटोनी ने कहा कि मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल ने सिर्फ अपना नाम ही प्रादेशिक सेना को नहीं दिया है बल्कि वह उसके सभी अभ्याोस शिविरों और परेड में हिस्सा लेते हैं। इस बीच सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट पूरी पोशाक में परेड में मौजूद थे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 9, 2012, 15:08