Last Updated: Wednesday, July 4, 2012, 22:04
कोलकाता : पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग ने गृह, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग को एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पिंकी प्रमाणिक के साथ पुलिस और जेल हिरासत में अमानवीय उत्पीड़न की जांच करने और दो सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने के लिये कहा है। मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अशोक कुमार गांगुली सदस्य एन सी गिल और एस एन राय ने कल इन तीनों विभाग को भेजे गये पत्र में कहा, ‘पिंकी प्रमाणिक के साथ जेल और पुलिस हिरासत में कथित अमानवीय उत्पीड़न के लिये शिकायत मिली है। ’
इसमें कहा गया है, ‘आयोग इसको लेकर काफी गंभीर है और प्रमुख सचिव : स्वास्थ्य : को मामले की जांच करने और दो सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश देता है। ’
मानवाधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव को भी इसी तरह के निर्देश दिये हैं जिनके पास जेल विभाग और पुलिस महानिदेशालय का जिम्मा है। न्यायमूर्ति गांगुली ने कहा, ‘प्रथम दृष्टया याह मानव अधिकारों का उल्लंघन का मामला लगता है। हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। ’ इस एथलीट के साथ किये गये व्यवहार की खेल जगत ने भी आलोचना की है। दो बार की ओलंपियन सरस्वती साहा डे ने कहा, ‘यह शर्मनाक है। मुझे पिंकी के लिये खेद है जिसने देश का मान बढ़ाया। यौन उत्पीड़न के मामले में मैं मानवाधिकार अधिकारियों से हस्तक्षेप करने का आग्रह करती हूं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 4, 2012, 22:04