Last Updated: Wednesday, February 22, 2012, 09:47
नई दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने यह मानने से इंकार कर दिया है कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के अंदर कोई मतभेद हैं, लेकिन कहा कि बीसीसीआई को ‘नजरिए में अंतर’ के मुद्दे को निपटाने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए।
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस आधार पर टीम में तीन शीर्ष बल्लेबाजों को रोटेट करने की प्रणाली का बचाव किया था कि वे क्षेत्ररक्षण के दौरान धीमे हैं लेकिन वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि वह और अन्य दो सीनियर खिलाड़ी मैच में इनमें से एक खिलाड़ी को इस कारण से आराम दिए जाने से बेखबर थे। कपिल ने कहा कि वह इसे टीम के अंदर ‘मतभेद’ करार नहीं देंगे बल्कि इसे ‘नजरिए में अंतर’ कहेंगे।
उन्होंने यहां ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग में युवाओं के लिए आयोजित क्रिकेट क्लीनिक के दौरान कहा, ‘मैं इसे टीम के अंदर मतभेद नहीं कहूंगा बल्कि इसे ‘नजरिए में अंतर’ कहना चाहूंगा। इस मुद्दे पर टिप्पणी करना काफी मुश्किल है क्योंकि हम नहीं जानते कि ऑस्ट्रेलिया में असल में क्या हुआ है।’ यह पूछने पर कि सीनियर खिलाड़ी जैसे सहवाग को सलामी बल्लेबाजों के बीच अपनाई जा रही रोटेशन प्रणाली का कारण क्यों नहीं बताया गया तो कपिल ने कहा, ‘यहां तक कि मां बाप का नजरिया भी कई बार अलग होता है, इसलिए हमें इसे तूल नहीं देना चाहिए।’
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 22, 2012, 15:20