Last Updated: Monday, November 26, 2012, 15:30
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दूसरे मुकाबले में सोमवार को भारत को जहां 10 विकटे से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा, वहीं बीसीसीआई ने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का बचाव किया है। बीसीसीआई ने कहा है कि इस हार के लिए सचिन अकेले जिम्मेदार नहीं हैं।
बीसीसीआई ने कहा कि तेंदुलकर के संन्यास पर चयनकर्ताओं और तेंदुलकर को ही पहल करना है। तेंदुलकर के संन्यास पर कोई तीसरा पक्ष इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगा।
मास्टर ब्लास्टर का आगे बचाव करते हुए बोर्ड ने कहा कि 39 वर्षीय सचिन महान खिलाड़ी हैं और कोई एक श्रृंखला किसी के भविष्य का फैसला नहीं कर सकती।
बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी और आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि कोई भी टिप्पणी करने से पहले उनके ‘विशालकाय रिकार्ड’ को देखना चाहिए।
शुक्ला ने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा कि यह अनुभवी क्रिकेटर आगामी मैचों में शानदार तरीके से वापसी करेगा। उन्होंने कहा, ‘वह क्रिकेट से तभी संन्यास लेगा, जब उसे लगेगा कि उसका जाने का समय आ गया है। उसे इस मामले में किसी की सलाह की जरूरत नहीं है। उनके प्रदर्शन पर टिप्पणी करने से पहले आपको उनके विशालकाय रिकार्ड और पिछले प्रदर्शन को देखना होगा।’
उन्होंने कहा, ‘वह आगामी मैचों में अच्छा खेल दिखाएगा।’ तेंदुलकर पिछले कुछ समय से खराब फार्म में चल रहे हैं और उन्होंने अपनी पिछली 10 पारियों में 15.3 के औसत से केवल 153 रन बनाए हैं जो इस समय में किसी भी भारतीय शीर्ष क्रम बल्लेबाज का न्यूनतम स्कोर है।
तेंदुलकर ने टेस्ट में पिछली शतकीय पारी पिछले साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली थी। मुंबई में आज दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड से भारत को मिली 10 विकेट की हार के बारे में शुक्ला ने कहा,‘यह निराशाजनक है। अहमदाबाद में जीत के बाद बल्लेबाजी क्रम उस तरह का प्रदर्शन नहीं कर सका जैसा उन्हें करना चाहिए था। यह टर्निंग विकेट था और इंग्लिश स्पिनरों ने बेहतरीन खेल दिखाया।’
उन्होंने कहा कि बोर्ड इस मामले को देखेगा और जरूरी उचित कदम उठाएगा। उन्होंने कहा,‘हम कमियों पर चर्चा करेंगे और टीम प्रबंधन भी ऐसा ही करेगा ताकि प्रदर्शन में सुधार किया जा सके।’
इंग्लैंड के खिलाफ अगले दो टेस्ट में टीम के चयन के बारे में उन्होंने कहा कि यह चयन समिति का अधिकार है जिसमें कोई भी हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
शुक्ला ने कहा,‘चयनकर्ता भी पूर्व खिलाड़ी हैं और वे ही इस पर फैसला करेंगे। किसका चयन करना है, किसका नहीं, यह उनके अधिकार क्षेत्र में आता है।’
समाचार चैनल ‘ज़ी न्यूज’ से बातचीत में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेट कीपर किरन मोरे ने कहा कि एक ही मौके पर पूरा बल्लेबाजी क्रम धाराशाही हो गया। ऐसे में तेंदुलकर के फॉर्म पर अंगुली उठाना सही नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में तेंदुलकर ने अपने घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम में कुल 16 रन बनाए। मैच की दोनों पारियों में वह स्पिनर मोंटी पनेसर की गेंद पर आउट हुए। दूसरे टेस्ट में पनेसर ने कुल 11 विकटे चटकाए। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 26, 2012, 13:20