भारत का आसान नहीं होगा इंग्लैंड से सामना

भारत का आसान नहीं होगा इंग्लैंड से सामना

भारत का आसान नहीं होगा इंग्लैंड से सामनाकोलंबो : सलामी जोड़ी और गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण अफगानिस्तान पर प्रभावहीन जीत दर्ज करने वाले भारत को आईसीसी विश्व ट्वेंटी-20 के लीग चरण के अपने आखिरी मैच में रविवार को यहां इंग्लैंड की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।

भारत और इंग्लैंड दोनों ने अफगानिस्तान पर जीत दर्ज की जिससे वे सुपर आठ में पहुंच गए हैं। भारत की जीत जहां प्रभावहीन रही वहीं इंग्लैंड ने धमाकेदार अंदाज में अपने अभियान का आगाज किया जिससे कल होने वाले मुकाबले में उसका पलड़ा भारी माना जा रहा है।

भारतीय टीम प्रबंधन की निगाह अफगानिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान सामने आई कमजोरियों से जल्द से जल्द पार पाना है। दूसरी तरफ इंग्लैंड 116 रन की जीत वाले प्रदर्शन को भारत के खिलाफ भी दोहराने की कोशिश करेगा। भारत के लिए अभी सभी प्रारूपों में सबसे बड़ी चिंता गेंदबाजी बनी हुई है और ट्वेंटी-20 भी उससे अछूता नहीं है।

भारतीय आक्रमण के अगुआ 33 वर्षीय जहीर खान लगता है कि अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर पहुंच गए हैं। उनकी गेंदबाजी पिछले कुछ समय से बेदम दिख रही है। जहीर के खराब प्रदर्शन के कारण पूरा भारतीय आक्रमण सामान्य नजर आता है। ऐसे में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का केवल चार विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ उतरना टीम को जोखिम में डाल देता है।
धोनी को हमेशा उम्मीद रहती है कि उनके कामचलाउ गेंदबाज पांचवें गेंदबाज की भूमिका अच्छी तरह से निभाने में सफल रहेंगे।

आर प्रेमदासा स्टेडियम की पिच से तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिल रही है लेकिन भारतीय टीम को अपने स्पिनरों पर अधिक भरोसा है। हालांकि सबसे बड़ा सवाल अब भी यही है कि क्या सीनियर आफ स्पिनर हरभजन सिंह को अंतिम एकादश में जगह मिलेगी।

इंग्लैंड के बल्लेबाजों की स्पिनरों के खिलाफ कमजोरी को देखते हुए धोनी अब तक 98 टेस्ट और 229 वनडे खेलने वाले हरभजन को टीम में ले सकते हैं। भारत को गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग से अपेक्षित शुरुआत नहीं मिल रही है और इन दोनों के प्रदर्शन पर भी सभी की निगाह रहेगी। बाकी बल्लेबाजों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। युवराज सिंह और सुरेश रैना के अस्वस्थ होने के कारण हालांकि भारत की चिंता कुछ बढ़ गई है।

यदि इन दोनों में से कोई नहीं खेल पाता है तो फिर मनोज तिवारी को मौका मिल सकता है। सहवाग यदि विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करके तेज शुरुआत देते हैं तो पिछले एक साल से बेहतरीन फार्म में चल रहे विराट कोहली पर से दबाव कम हो जाएगा। यह देखना भी दिचचस्प होगा कि कप्तान धोनी बल्लेबाजी के लिए रोहित शर्मा और युवराज सिंह से ऊपर आते हैं या नहीं। (एजेंसी)


First Published: Saturday, September 22, 2012, 14:05

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