Last Updated: Monday, June 4, 2012, 13:06

इपोह (मलेशिया) : पांच बार की चैम्पियन भारतीय टीम ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए आज यहां अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट में ब्रिटेन को 3-1 से पराजित कर कांस्य पदक अपनी झोली में डाला।
भारत ने मैच में दबदबा तो बनाया लेकिन गोल करने के कई मौके भी गंवाये जिससे टूर्नामेंट के पहले खिताब की दावेदार मानी जा रही ब्रिटेन की टीम ने बढ़त बना ली। लेकिन भारत ने एक गोल से पिछड़ने के बावजूद दूसरे हाफ में अच्छी वापसी की।
शिवेंद्र सिंह ने 42वें मिनट, संदीप सिंह ने 52वें मिनट और तुषार खांडेकर ने 69वें मिनट में भारत के लिये गोल दागे जबकि पहले हाफ में बढ़त बनाने वाली ब्रिटेन की ओर से एकमात्र गोल एशले जैकसन ने 35वें मिनट में किया।
भारत को इससे पहले राउंड रोबिन लीग मैचों में विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज ब्रिटेन की टीम से 2- 3 से शिकस्त मिली थी लेकिन कोच माइकल नोब्स के खिलाड़ियों ने इस नतीजे को भूलकर अच्छा खेल दिखाया।
भारत ने पहले मिनट में विपक्षी टीम के सर्कल में घुसकर दबदबे की शुरूआत की जब सरवनजीत सिंह ने बायीं ओर से शिवेंद्र को पास दिया लेकिन यह भारतीय स्ट्राइकर ब्रिटिश डिफेंडरों के समूह में घुसकर इस मौके को नहीं भुना सका।
सातवें मिनट में शिवेंद्र ने दायीं ओर से एस वी सुनील के पास से गोल के करीब प्रयास किया जो विफल रहा।
भारत को जल्द ही पहला पेनल्टी कार्नर मिला, जब सर्कल के उपर डान फाक्स ने रूपिंदर पाल सिंह के लिये बाधा उत्पन्न की लेकिन यह मौका भी हाथ से निकल गया और दानिश मुज्तबा पुश को नहीं रोक सके।
शिवेंद्र को 15वें मिनट में गोल करने का शानदार मौका मिला क्योंकि उसे सिर्फ गोलकीपर को ही छकाना था लेकिन उसके शॉट में इतनी पावर नहीं थी और वह गोल से चूक गये। चार मिनट बाद एस के उथप्पा शिवेंद्र द्वारा दी गयी गेंद को डिफ्लेक्ट नहीं कर सके।
इतने मौके गंवाने के बाद भारतीय टीम पहले हाफ के अंतिम मिनटों में पिछड़ गयी जब ब्रिटेन के जैकसन ने यूरोपीय टीम को मिले पहले पेनल्टी कार्नर से गोल दागा। दूसरे हाफ के तुरंत बाद ब्रिटेन को एक और पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन इस बार भारतीय डिफेंडरों ने जैकसन का शाट डिफ्लेक्ट कर दिया।
भारत ने 42वें मिनट में उथप्पा के स्क्वायर पास से शिवेंद्र के गोल से बराबरी हासिल की और इसके बाद टीम ने दबदबा जारी रखा। दस मिनट बाद टीम को दूसरा पेनल्टी कार्नर मिला और इस बार संदीप ने तेज ड्रैग फ्लिक से गोल कर स्कोर 2-1 कर दिया।
भारतीय स्ट्राइकरों ने दो और मौके बनाये लेकिन वे ब्रिटिश गोलकीपर जेम्स फेयर को छकाने में नाकाम रहे।
ब्रिटेन ने 1-2 से पिछड़ने के बाद दबाव में कई मूव बनाये और बराबरी हासिल करने के प्रयास में 68वें मिनट में अपने गोलकीपर फेयर को बाहर कर दूसरे खिलाड़ी को बुलाया।
लेकिन यह कदम उनके लिये उलटा साबित हुआ क्योंकि इसने भारत को अंतिम मिनटों में तीसरे गोल का मौका बना दिया। संदीप ने विपक्षी टीम के सर्कल के अंदर खांडेकर को हवा में गेंद दी और खांडेकर ने गेंद पर नियंत्रण बनाकर टीम के लिये तीसरा गोल किया जिससे भारत ने कांस्य पदक जीत लिया। इससे पहले दक्षिण कोरिया ने पांचवें-छठे स्थान के लिये हुए प्ले ऑफ मैच में मलेशिया को 3-2 से हराकर पांचवां स्थान हासिल किया।
हुन हुए सुंग ने पहले मिनट, जांग जोंग हुन ने 42वें मिनट और यू हयो सिक ने 50वें मिनट में दक्षिण कोरिया के लिये गोल किये जबकि मेजबान टीम की ओर से हाफिफी हफीज ने 17वें और फैजल सारी ने 63वें मिनट में गोल दागे। टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब पाकिस्तान तालिका में सबसे निचले पायदान सातवें स्थान पर रहा। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 4, 2012, 13:06