Last Updated: Monday, May 13, 2013, 20:03

नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की सिफारिश की है। पंजाब के जिराकपुर के 30 वर्षीय बिंद्रा ने 11 अगस्त 2008 को बीजिंग ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचा था। एनआरएआई सलाहकार बलजीत सिंह सेठी ने कहा, ‘‘हमने अभिनव बिंद्रा के नाम की सिफारिश की है क्योंकि वह ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय है। दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता में उन्होंने जो कुछ हासिल किया, उसके बारे में हम सभी जानते हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे न सिर्फ उदीयमान निशानेबाजों बल्कि खेलों में अपना करियर बनाने की सोच रहे युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी। यह खेलों के लिये बहुत अच्छा होगा। ’’
प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गये पत्र में एनआरएआई ने सिफारिश की है। एनआरएआई अध्यक्ष रानिंदर सिंह ने पत्र में लिखा है, ‘‘हम ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा के नाम की सिफारिश करते हैं जिन्होंने बीजिंग में 2008 के ओलंपिक खेलों में पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। ओलंपिक खेलों में किसी भारतीय खिलाड़ी का यह एकमात्र स्वर्ण पदक है और वह देश के सर्वोच्च सम्मान का हकदार है। ’’ बिंद्रा ने अगस्त की उस दोपहर को 700 . 5 अंक बनाकर स्वर्ण जीता था। फाइनल में उनका कोई भी शाट 10 . 0 से कम नहीं रहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम खेलों में उनकी बेजोड़ उपलब्धियों के लिये उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने की पुरजोर अनुशंसा करते हैं। ’’ बिंद्रा 1980 के बाद ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे। भारतीय पुरुष हाकी टीम ने 1980 के मास्को ओलंपिक में सोने का तमगा जीता था। खिलाड़ियों को पहले भारत रत्न पाने का हकदार नहीं माना जाता था लेकिन 2011 में सचिन तेंदुलकर को यह सम्मान देने की काफी मांग उठी जिसके बाद इसके मापदंड बदल दिये गये। इस स्टार क्रिकेटर को हालांकि अभी तक भारत रत्न नहीं मिला है। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 13, 2013, 20:03